दिल्ली। सरकारी विभागों के कारनामे अक्सर चर्चा में रहते हैं। ऐसे ही एक विभाग का कांड इन दिनों चर्चा में छाया हुआ है। विभाग अपने काम की वजह से आलोचना का शिकार हो रहा है।

दरअसल, उत्तर प्रदेश जल निगम ने अपने 24 हजार से अधिक कर्मचारियों और पेंशनर्स को पिछले तीन महीने यानि फरवरी, मार्च और अप्रैल की सैलरी और पेंशन नहीं दी है। इसके पीछे विभाग ने तर्क दिया कि उसके पास कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन देने के लिए पैसे नहीं हैं।

उधर विभाग कर्मचारियों की सैलरी न देने के लिए पैसे न होने का रोना रोता रहा इधर विभाग ने सीएम कोविड केयर फंड में 1 करोड़ 47 हजार रुएये जमा कर दिए। निगम की अंधेरगर्दी देखिये उसने कहा कि उसने अपने कर्मचारियों के फरवरी महीने का एक दिन का वेतन काटकर फंड में दान दिया है।

उधर, कर्मचारियों का कहना ये है कि जब उनको सैलरी ही नहीं मिली तो कैसे उनका एक दिन का वेतन काट लिया गया। खैर मामला मीडिया में आने के बाद विभाग ने फरवरी माह की सैलरी व पेंशन के आदेश जारी कर दिए हैं। वैसे विभाग का ये कारनामा चर्चा का विषय बना हुआ है।