इन्द्रपाल सिंह, इटारसी/नर्मदापुरम। बीते 3 दिनों लापता सेना के ट्रेनी कैप्टन निर्मल की मौत बाढ़ में डूबने की वजह से हो गई है। उनका शव सर्चिंग के दौरान आज एसडीआरएफ को मिला। पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर में पदस्थ प्रशिक्षु कैप्टन निर्मल शिवराजन देर रात 15 अगस्त से लापता हो गए। नर्मदापुरम के माखन नगर के ग्राम बछवाड़ा के समीप रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आज सुबह पहले उनकी कार मिली थी और करीब 1 घंटे चली सर्चिंग के बाद 2 किलोमीटर दूर कैप्टन का शव झाड़ियों में फंसा हुआ मिला।

घटना की जानकारी लगते ही सेना के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। इस मामले में एसपी डॉक्टर गुरकरन सिंह ने बताया कि बीते दिनों हुई बारिश के दौरान नदी नाले उफान पर थे और कैप्टन नसीराबाद से बाबई की ओर जाते समय नाले का आकलन नहीं कर पाए और यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया।

कैप्टन भारी बारिश के बीच पत्नी से मिलकर जबलपुर से पचमढ़ी वापस लौट थे। इसी दौरान माखननगर नसीराबाद के ग्राम बछवाड़ा के समीप उनकी लास्ट लोकेशन मिली थी। कैप्टन के नहीं पहुंचने पर उनकी पत्नी और आर्मी सेंटर द्वारा शिकायत की गई थी जिसके बाद एसडीआरएफ और होमगार्ड ने मिलकर सर्चिंग अभियान चलाया था। सर्चिंग अभियान के दौरान आज सुबह कैप्टन की कार बछवाड़ा के समीप मिली और उसके करीब 1 घंटे तक चले सर्चिंग अभियान के बाद करीब 2 किलोमीटर दूर उनका शव झाड़ियों में फंसा मिला।

जबलपुर में उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट गोपीचंदा रहती हैं। तीन महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी। 13 अगस्त को वे पत्नी से मिलने जबलपुर गए थे। 16 अगस्त को सुबह 6 बजे उन्हें सेंटर पहुंचना था, वे सेंटर नहीं पहुंचे। ऐसे में कैप्टन की पत्नी लेफ्टिनेंट गोपीचंदा से संपर्क किया गया तो पता चला वे 15 अगस्त को ही कार से दोपहर करीब साढ़े 3 बजे पचमढ़ी के लिए रवाना हो गए थे।

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