धमतरी. गुम हुए मोबाइलों को तलाशने धमतरी पुलिस ने मिशन ‘मोबाइल तलाश’ अभियान चलाकर 103 मोबाइलों को ढूंढकर मोबाइल धारकों को वापस किया. लगभग 20 लाख रुपए केे विभिन्न कंपनियों के मोबाइल को रिकवर किया गया है.

जिले के विभिन्न थानों में मोबाइल गुमने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी. गुम हुए मोबाइल के मिलने की आस छोड़ बैठे लोगों ने मोबाइल वापस मिलने पर खुश हुए और धमतरी पुलिस को धन्यवाद दिया. पुलिस अधीक्षक धमतरी प्रशांत ठाकुर ने पदभार ग्रहण करने के बाद से ही जिले में विभिन्न थानों में विगत कुछ समय से दर्ज मोबाइल गुमने की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल की टेक्निकल टीम को मिशन मोबाइल तलाश विशेष अभियान चलाकर गुम हुए मोबाइलों को रिकवर करने निर्देशित किया है.

मंगलवार को पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने थाना कोतवाली परिसर स्थित पुलिस जनसंवाद कक्ष में रिकवर किए सभी मोबाइलों को उनके मालिकों को बुलाकर दिया. मोबाइल गुम होने पर उसके मिलने की संभावना न होना मान चुके लोगों को उनका खोया हुआ मोबाइल वापस मिलने पर धमतरी पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित कर प्रसन्नता व्यक्त की.

फरवरी में भी रिकवर किए थे 100 मोबाइल
इसी साल फरवरी में भी 100 मोबाइल रिकवर कर मोबाइल धारकों को वापस किए गए हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पॉल एवं नोडल अधिकारी साइबर अभिषेक केसरी, एसडीओपी कुरूद के मार्गदर्शन में साइबर सेल की टीम ने विशेष अभियान के तहत जिले के विभिन्न थानों में दर्ज गुम मोबाइल की रिपोर्ट को एकत्रित किया गया तथा वरिष्ठ अधिकारियों के सतत मार्गदर्शन में कई दिनों के अथक प्रयास, लगन एवं मेहनत से खोजबीन करते हुए 103 नग एंड्राइड मोबाइल कुल 103 नग गुम मोबाइलों को रिकवर करने में सफलता प्राप्त की. रिकवर किए गए विभिन्न कंपनियों के मोबाइल की अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 20 लाख रुपए है.


कहीं भी मोबाइल मिले तो पुलिस को सूचना देंः एसपी
पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि धमतरी पुलिस का यह अभियान भविष्य में भी निरंतर चलता रहेगा. उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति को कहीं भी मोबाइल पड़ा हुआ मिले या कोई व्यक्ति बिना रसीद के कम कीमत में मोबाइल उपलब्ध करा रहा है तो ऐसा संभव है कि वह मोबाइल चोरी का हो अथवा किसी अपराध के लिए उक्त मोबाइल का प्रयोग किया गया हो. ऐसी परिस्थिति में तुरंत अपने निकटतम थाने में सूचना देकर एक सच्चे नागरिक होने का कर्तव्य निभा सकते है. साथ ही मोबाइल स्वामी को होने वाले आर्थिक क्षति से भी बचा सकते हैं.