सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से के जिला प्रशासन ने “मिशन उत्कर्ष 2025” नामक विशेष तैयारी अभियान शुरू किया है। इसके तहत जिले के सभी सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अब विशेष तैयारी सत्र (special coaching) संचालित हो रहे हैं। अब इस अभियान के अगले चरण में दूसरी मासिक टेस्ट का आयोजन किया जाना है।

रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती ने बताया कि अभियान के अगले चरण में दूसरी मासिक टेस्ट का आयोजन 29 अगस्त से 2 सितंबर 2025 के बीच किया जाएगा। इसमें कक्षा 10वीं और 12वीं के सभी विषयों के प्रश्नपत्र शामिल होंगे। पहले ही जिला शिक्षा कार्यालय ने समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक प्रश्नपत्र उपलब्ध करा दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को समय-समय पर मूल्यांकन और अभ्यास का अवसर देना है ताकि बोर्ड परीक्षा में उनकी सफलता सुनिश्चित हो सके।

साल 2024 में ऐसा रहा परिणाम
गौरतलब है कि मिशन उत्कर्ष के तहत 2024 और 2025 के बोर्ड परीक्षा परिणामों का विश्लेषण किया गया। 10वीं कक्षा में 2024 में जिले का परिणाम 71.64% रहा, जबकि राज्य का औसत 76.53% था, यानी -4.89% का अंतर था। लेकिन 2025 में जिले का परिणाम घटकर 67.24% पर आ गया, जबकि राज्य का औसत 75.61% रहा और अंतर बढ़कर -8.37% हो गया।
इसका मतलब है कि जिले का प्रदर्शन राज्य से और पीछे चला गया। वहीं 12वीं कक्षा में 2024 में जिले का परिणाम 83.19% था जो राज्य के औसत 81.87% से 1.32% बेहतर था। लेकिन 2025 में जिले का प्रदर्शन 79.94% तक गिर गया, जबकि राज्य का औसत 80.74% रहा, जिससे -0.80% का अंतर आ गया और जिला राज्य से पीछे हो गया।
10वीं में संस्कृत में सबसे आगे, पर गणित में हो गए फिसड्डा
जुलाई 2025 के विषयवार 10वीं के परिणामों में संस्कृत ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया और 92.98% विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि गणित सबसे कमजोर विषय रहा जहां केवल 53.25% विद्यार्थी ही पास हो पाए। हिंदी में 85.27%, अंग्रेज़ी में 71.17%, विज्ञान में 76.15% और सामाजिक विज्ञान में 72.90% विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।
ब्लॉक स्तर पर तिल्दा रहा अव्वल
ब्लॉक स्तर पर तिल्दा का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा जहां 76.60% विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि धरसीवां (74.51%), अभनपुर (74.43%) और आरंग (75.67%) का प्रदर्शन भी लगभग समान रहा।
12वीं में भौतिकी सबसे कठिन विषय हुआ साबित
वहीं 12वीं कक्षा में अनुत्तीर्ण प्रतिशत विषयवार देखा जाए तो भौतिकी सबसे कठिन विषय साबित हुआ जहां 25.30% विद्यार्थी फेल हुए। अर्थशास्त्र में 23.80% और 19.80% (दोनों स्तरों पर), रसायन शास्त्र में 16.70%, राजनीति विज्ञान में 17.30% और भूगोल में 16.80% विद्यार्थी अनुत्तीर्ण रहे। गणित में 14.20%, अकाउंटेंसी में 13.80% और व्यवसाय अध्ययन में 12% विद्यार्थी फेल हुए। इतिहास में 10.10% और जीव विज्ञान में सबसे कम यानी केवल 8.80% विद्यार्थी अनुत्तीर्ण रहे, जिससे यह सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला विषय साबित हुआ।
गौरतलब है आगे की रणनीति में लक्ष्य 100% सफलता हासिल करना रखा गया है। इसके लिए 80% से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने पर जोर रहेगा। साथ ही मासिक टेस्ट और उनका विश्लेषण, तिमाही, अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन तथा कमजोर विद्यार्थियों के लिए उपचारात्मक शिक्षा (Remedial Teaching) दी जाएगी। खासकर 10वीं की गणित और 12वीं की भौतिकी-रसायन पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है ताकि जिले का परिणाम सुधारा जा सके।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H