टोमन सिंह,मगरलोड. मगरलोड विकासखण्ड से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत मडेली में बारिश से मकान ढहने के बाद घायल हुआ कमार युवक अब इलाज के लिए दर-दर भटक रहा है. घायल मिथुन कमार को हादसे के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. लेकिन वहां से मेकाहारा रेफर कर दिया गया. अब मेकाहारा में डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह के घायलों का इलाज यहां नहीं किया जाएगा कहकर वापस कर अस्पताल से भगा दिया है.
मेकाहारा किया गया था रेफर
दरअसल युवक देखने ऐसा लगता है कि कुपोषण का शिकार है. हादसे के बाद वह और भी कमजोर हो गया है. जिससे डॉक्टर उसे देखकर कह रहे है कि इसका इलाज यहां नहीं हो पाएगा. तो जरा डॉक्टर साहब ये बता दीजिए कि किस तरह के महीजों का इलाज इस मेकाहारा अस्पताल में किया जाता है. डॉक्टर द्वारा घायल मरीज का इलाज नहीं करने पर वह अस्पताल का चक्कर लगा रहा है लेकिन उसका कोई सुन नहीं रहा है. अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा इलाज नहीं करने पर घायल युवक के परिजन शासन से इलाज कराने के लिए गुहार लगा रहे है.
20 दिन पहले हुआ था हादसा
बता दें कि पिछले 20 दिन पहले युवक घर में सो रहा था तभी अचानक कच्चा मकान भरभराकर गिर गया. जिससे युवक उसके नीचे दब गया था. अब घायल युवक के पिता का कहना है कि वह गरीबी की तंगहाली से जी रहे है. वो गरीब है इसलिए मेकाहारा अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है. उनका कहना है कि सरकार जनजातियों के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन इसका फायदा मेरे बेटे को नहीं मिल पा रहा है.
पिता इलाज के लिए लगा रहे गुहार
उनका कहना है कि प्रशासन हमारी तकलीफ को तत्काल सुने और किसी भी तरीके से मेरे बेटे की इलाज कराने की प्रयास करें. पिछले कई दिनों से बेटे की स्थिति बहुत ही गंभीर है ना बैठ पा रहा है और नहीं चल-फिर पा रहा है. जिससे हम लोगों का हालत पूरी तरह खराब हो चुकी है. पिता अब शासन-प्रशासन से उम्मीद लगाए बैठे है कि उनके बेटे की इलाज करवा सके.
वहीं पूर्व सरपंच डीहू राम साहू ने बताया कि मेकाहारा में इलाज के बजाय इस कमार परिवार को वापस भेज देना बड़ी ही निन्दनीय है. उनका कहना है कि जितना हो सकेगा इलाज के लिए उतना प्रयास किया जाएगा. अब देखना यह होगा कि क्या अब प्रशासन इस मामले में कुछ करती है या नहीं. या फिर घायल युवक ऐसे ही इलाज के लिए दर-दर भटकता रहेगा.