सुरेन्द्र जैन, धरसींवा। क्षेत्रीय विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा ने विधानसभा में किसानों के सौर ऊर्जा कनेक्शन के आवेदनों को बड़ी संख्या में निरस्त किए जाने का मुद्दा उठाया, जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिए हैं.

विधायक शर्मा ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि सरकार द्वारा दिए जा रहे सौर ऊर्जा कनेक्शन जिसमें कई किसानों के आवेदन को निरस्त कर दिया गया था. उन्होंने किसानों की इस समस्या को विधानसभा में किसानों की मुख्य समस्या के रूप में प्रमुखता से उठाया और मुख्यमंत्री से जानना चाहा कि 2018-19 एवं 2019 -2020 की स्थिति में कितने सोलर पंप किसानों के हित में लगाए गए. कितने किसानों के द्वारा सोलर पंप लगाए जाने आवेदन पत्र विभाग को प्राप्त हुए हैं. क्या प्राप्त सभी आवेदन ऊपर कारवाई की गई लंबित हो तो कारण बताए. आधे से अधिक प्रकरण निरस्त करने का कारण भी उन्होंने पूछा.

विधायक शर्मा ने बताया कि किसानों के सोलर पंप लगाने के लिए दिये गए आवेदनों में से आधे से अधिक आवेदन पत्र निरस्त हो गए, इसका क्या कारण है. किसानों के सोलर पंप आवेदन के आधे से अधिक प्रकरण निरस्त किये गए.

मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

विधायक शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के इस मुद्दे को गंभीरता से लेते जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही उन्होंने किसानों की आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद दिया. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया है.

अधिकारियों ने इतने किसानों के किये आवेदन निरस्त

विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने बताया कि धरसींवा विधान सभा में 2018-19 में 74 व 2019-20 में 40 पंप लगाए थे. मगर इस सोलरपंप के लिए 174 किसानों ने आवेदन किया था, जिसमें 58 किसानों के आवेदन को निरस्त किया गया था. किसानों के इतने बड़े रूप में आवेदन जिस तरह से निरस्त किये गए है. वह एक लापरवाही को उजागर करती है, जिसे मुख्यमंत्री ने विधानसभा में विधायक को आश्वस्त किये की किसानों को लेकर किसी भी प्रकार से कोई लापरवाही नहीं होगी कह कर जांच के आदेश दिए है.