विधानसभा में यदि विधायक को रो-रो कर ये कहना पड़े कि उसके 10 लाख रुपए चोरी हो गए और पुलिस उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है, जो जरा अंदाजा लगा लीजिए कि उस प्रदेश की आम जनता का हाल क्या होगा?

 नई दिल्ली. मामला उत्तर प्रदेश का है. समाजवादी पार्टी से विधायक कल्पनाथ पासवान सोमवार को विधानसभा में फफककर रो पड़े. समाजवादी पार्टी से आजमगढ़ के मेहनगर विधायक कल्पनाथ पासवान इस बात से दुखी थे कि प्रदेश की पुलिस किसी की नहीं सुन रही. हाथ जोड़कर रोते हुए विधायक बोले की उनके दस लाख रुपये गाड़ी से चोरी हो गए लेकिन पुलिस ने उनकी एफआईआर तक दर्ज नहीं की.

विधायक कल्पनाथ ने बताया कि उन्हें अपना घर बनवाना था. 7 जनवरी को वह लखनऊ गए और यहां अपने बैंक खाते से दस लाख रुपये निकाले. यह रुपये लेकर वह बस से आजमगढ़ पहुंचे. यहां रोडवेज बस से उतरने के बाद वह शारदा चौक पर स्थित एक होटेल में चाय पीने पहुंचे. यहां वह अपने समर्थकों के साथ चाय पी रहे थे, इस दौरान उन्होंने रुपयों से भरा अपना सूटकेस वहीं रख लिया. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने होटेल से निकलते समय बैग उठाया तो उन्हें बैग कुछ हल्का लगा. विधायक सूटकेस खोला तो उसमें से रुपये गायब थे. उसके बाद होटेल में हड़कंप मच गया. उन्होंने पुलिस में शिकायत की लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.

विधायक का आरोप है कि जब पुलिस ने उनकी नहीं सुनी तो वह एसपी से शिकायत करने पहुंचे. एसपी के कहने के बाद एक टीम ने कुछ लोगों से पूछताछ की लेकिन उनके दस लाख रुपये चोरी की एफआईआर दर्ज नहीं की गई.

विधायक ने कहा कि एक महीने से ज्यादा हो गया वह थाने और एसपी के चक्कर काट-काटकर थक गए लेकिन आज तक पुलिस ने कोई कार्रवाई तो दूर उनकी एफआईआर तक दर्ज नहीं की. वह विधानसभा में पुलिस की कारगुजारी बताते हुए फफक पड़े. इसी दौरान उनके आसपास मौजूद दूसरे विधायकों ने उन्हें सांत्वना दी और उनके आंसू पोछे.