लखनऊ. रुपये चोरी के मामले में कार्रवाई नहीं होने से आहत आजमगढ़ के मेहनगर से सपा विधायक कल्पनाथ पासवान सोमवार को विधानसभा में फूट-फूट रोये। उन्होंने कहा कि मेरे 10 लाख रुपये दिलवा दो, नहीं तो जान दे दूंगा। इस पर  संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि उनकी पूरी संवेदना विधायक के साथ है। इस प्रकरण में रिपोर्ट मंगा लेंगे। विधायक चाहेंगे तो एफआईआर दर्ज हो जाएगी।

नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने प्रश्नकाल समाप्त होते ही विधानसभा अध्यक्ष से कल्पनाथ पासवान की बात सुनने का आग्रह किया। कल्पनाथ ने कहा कि 19-20 दिसंबर को उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक की सचिवालय ब्रांच से दो बार में पांच-पांच लाख रुपये निकाले थे। 22 दिसंबर को वह आजमगढ़ चले गए। वहां से उनका घर 35 किमी. दूर है। घर से किसी के आने तक वह होटल गरुड़ में रुके। कुछ देर बाद आए होटल मालिक ने अटैची उठवा ली और चाय पीने की जिद की। इसके बाद अटैची से रुपये गायब मिले।

रात साढ़े बारह बजे तक होटल मालिक से अनुनय-विनय की। इस पर उसने ने एक दिन का समय मांगा। सुबह सात बजे फिर पहुंचे तो होटल मालिक ने उनके लिए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया तो कप्तान के पास जाकर तुरंत मामले की जानकारी दी।

नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि विधायक की एफआईआर दर्ज न होना दुखद है। बसपा विधायक दल के नेता लालजी वर्मा ने कहा कि एफआईआर दर्ज न करने के लिए दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने एफआईआर दर्ज होने के बाद रुपये की बरामदगी के लिए ताकत मिलेगी।

पासवान ने कहा, ‘मैं गरीब आदमी हूं, विधायक न होता तो कभी 10 लाख रुपये नहीं देख पाता। हनुमानजी की कृपा से विधायक बन गया। मैं सत्यवादी हूं, न्याय मांग रहा हूं। 10 लाख रुपये नहीं मिले तो मैं मर जाऊंगा। आत्महत्या कर लूंगा।  आज मैं रो रहा हूं, कल पूरा सदन मेरे लिए रोएगा। अभी तक मेरी एफआईआर नहीं लिखी गई। अब मैं कहां जाऊं, रुपये नहीं मिले तो मैं जीऊंगा नहीं। ’