रायपुर. विधानसभा में सोमवार को बीजेपी विधायक धरमलाल कौशिक ने डीएमएफ समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने डीएमएफ फंड में बंदरबाट को लेकर कहा कि सदन में पीसीसी चीफ के द्वारा प्रश्न उठाए गए. भ्रष्टाचार में डीएमएफ का फंड जा रहा है. अभी तक हम बोल रहे थे अब सत्ता पक्ष के विधायक कह रहे हैं. सरकार को इसे गंभीरता से समझना चाहिए. अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया कि सरकार अधिकारियों को बचाना चाहती है.

सीवरेज मौत मामले में कौशिक ने कहा कि सिवरेज में एक बच्चा गिर गया और उसकी मौत हो गई. बात आसंदी के सामने रखी गई और मुआवजे की मांग की गई है. इसमें लापरवाही हुई है. जिस पर धरमलाल कौशिक ने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं उन्होंने भाजपा के विधानसभा घेराव को लेकर कहा कि हितग्राहियों के साथ विधनसभा घेराव किया जाएगा. सोई हुई सरकार है तो उन्हें जगाने का प्रयास करेंगे.

विधायक धरमलाल कौशिक

राजभवन घेराव पर सौरभ सिंह का तंज

इधर कांग्रेस के राजभवन घेराव पर बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि उनके जाने की बेला हो गई है. अब वे कहीं पर भी घेराव करने की मुद्रा में आ जाएं. 15 साल 2003 से 2018 तक यही काम किए हैं, फिर से यही कर रहे हैं. क्या मुद्दा उनके पास होता है, क्या मुद्दा उठाते हैं और जाकर राजभवन घेराव करते हैं. ये समझ से परे है. राजभवन का घेराव करना है तो पीएम आवास क्यों नहीं देते ?

मोहन मरकाम ने मंत्री से किया सवाल

सत्ता पक्ष के विधायकों द्वारा खुद के मंत्रियो को घेरने पर सौरभ सिंह ने कहा कि विधायकों को समझ आया कि अपने क्षेत्र के जनहित का मुद्दा नहीं उठाएंगे तो जनता उन्हें उखाड़ फेकेगी. आज सदन में देखने को मिला कि कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सदन की कमेटी की जांच की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि डीएमएफ फंड की राशि में बंदरबांट हुआ है. यह कभी नहीं हुआ कि सत्ता पक्ष का प्रदेश अध्यक्ष सदन में विधायक के रुप में यहां बात बोले की बंदरबांट हुआ है, चोरी हुई है. डीएमएफ में भ्रष्टाचार हुआ है. मुख्यमंत्री को आईना देख लेना चाहिए कि उनके विधायक बोलने लगे हैं. जो विपक्ष बोलता था जनता के सामने सब कुछ साफ है.

विधायक सौरभ सिंह