मयूरभंज. मयूरभंज जिले के जशीपुर से गुजरने वाले मुंबई-कोलकाता एनएच-49 की खस्ता हालत पर स्थानीय लोग काफी दिन से शिकायत कर रहे हैं. शिकायत पर अभी भी कोई कार्रवाई न होने पर लोगों अपना गुस्सा व्यक्त किया है. स्थानीय लोगों और जशीपुर विधायक ने एनएचएआई के प्रोडेक्ट डिरेक्टर (पीडी)को गड्‌ढों से भरी दो किलोमीटर के एनएच पर पैदल यात्रा कराया. एनएचएआई के अधिकारी ने खुद चलकर पुरे रास्ते की हालत का जायजा लिया. बता दें मयुरभंज जिले के जशीपुर से गुजर रहे इस एनएच मौत का जाल कहा जाता है.

पिछले सप्ताह ही गई तीन लोगों की जान

काफी दिन से जशीपुर शहर से गुजरने वाले एनएच की खराब स्थिति स्थानीय निवासियों के लिए सिरदर्द का कारण बनी हुई है. सड़क पर यात्रा करते समय एक सेकंड के लिए भी नजर हटना खतरे को आमंत्रित करना है. इस सड़क ने पिछले सप्ताह में ही तीन लोगों की जान ले ली है. स्थानीय निवासियों ने कई बार इस मामले को एनएचएआई के समक्ष रखा है. यहां तक कि केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने एनएचएआई के पीडी से सड़क की मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा था, लेकिन फिर भी इस पर कोई सज्ञान नहीं लिया गया था.

दो किलोमीटर तक पैदल चल कर देखे पीडी

गुरुवार को पीडी जशीपुर कस्बे में खुद सड़क की हालत देखने आये. गुस्साए निवासियों और जशीपुर विधायक गणेशराम सिंह खुंटिया ने मौका नहीं जाने दिया और लोगों के दुखों को समझने के लिए पीडी को दो किलोमीटर तक पैदल चलाया. लोगों ने एनएचएआई से सड़क की मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए आग्रह किया है.

भूमि अधिग्रहण में हो रही दिक्कत

पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर, अधिकारी ने कहा कि, “यह एक डबल-लेन सड़क है. सड़क को फोर लेन बनाने का प्रावधान है. लेकिन, भूमि अधिग्रहण संबंधी दिक्कतों के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है. अगर इसे फोरलेन सड़क में तब्दील कर दिया जाता तो समस्याएं कब की दूर हो गयी होतीं. हालांकि, उन्होेंने अश्वासन दिया है कि एक महीने के भीतर सड़क की मरम्मत कर दी जाएगी.” विधायक खुंटिया ने कहा, “सड़क ने इस महिने छह लोगों की जान ले ली है. न केवल मैं बल्कि जशीपुर के लोग भी अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रहे हैं ताकि समस्याओं का समाधान किया जा सके.

5टी सचिव ने भी किया दौरा पर काम नहीं हुआ

उन्होंने कहा “यह मायने नहीं रखता कि सड़क किस सरकार के अधीन आ रही है. लेकिन सच तो यह है कि लोगों को परेशानी हो रही है. जिलाधिकारी से लेकर संबंधित अधिकारी तक कोई भी सहयोग नहीं कर रहे हैं. जिला प्रशासन को ही विकास कार्यों में तेजी लानी चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. यह हमारा दुर्भाग्य है. यहां तक कि 5टी सचिव ने भी क्षेत्र का दौरा किया लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही.”