हेमंत शर्मा,देपालपुर। मध्य प्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2018 से 2023 के इस कार्यकाल का साढ़े चार साल बीत चुका है। साल खत्म होते-होते जनता फिर अपनी सरकार चुनेगी। यानी एक बार फिर जनप्रतिनिधियों की आवाम की उम्मीदों पर खरा उतरने की बारी है। एमपी की 230 विधानसभा सीटों में मौजूदा हालात क्या हैं, क्षेत्र की क्या स्थिति है, कौन सा विधायक कितने पानी में है ? इन सभी का जवाब अब विधायक जी का रिपोर्ट कार्ड (vidhayak ji ka Report Card) देगा। लल्लूराम डॉट कॉम आपको सूबे के सभी विधायकों की परफॉर्मेंस और उनके क्षेत्रों की जमीनी हकीकतों के बारे में बताने जा रहा है।

विधायक जी का Report Card में आज बात देपालपुर विधानसभा क्षेत्र की.. जहां से कांग्रेस के विशाल पटेल विधायक है। हम पड़ताल करेंगे कि चुनाव के वक्त विधायक ने क्या-क्या वादे किए थे और विकास के कितने काम हुए हैं और जानने की कोशिश करेंगे कि यहां क्या-क्या समस्याएं अभी भी बरकरार हैं, किन समस्याओं का समाधान हुआ है। लेकिन, सबसे पहले हम जान लेते हैं देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के बारे में… देपालपुर विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की एक सीट है। ये इंदौर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जो मालवा इलाके में पड़ता है। 

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देपालपुर का  इतिहास 
देपालपुर को राजा देवपाल की नगरी भी कहा जाता है। परंपरा के अनुसार, शहर का नाम परमार वंश के शासक देवपाल (शासनकाल 1216-40) के नाम पर रखा गया है। इसे पुराने लोग बड़ागांव कहते थे। देपालपुर के जागीरदार राय बहादुर नानक चंद ऐरेन (1840-1920) थे। उनके निधन के बाद उनके वंशजों ने पारिवारिक संपत्ति देपालपुर के किसानों को बांट दी और वर्तमान में वे इंदौर में रह रहे हैं। देपालपुर इंदौर से लगभग 41.7 किमी दूर है ।  

विधानसभा चुनाव 2018 के परिणाम 
2018 के चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेहद खास और करीबी माने जाने वाले मनोज पटेल को हराकर कांग्रेस के विशाल पटेल ने यहां अपना जीत का परचम लहराया था।देपालपुर विधानसभा अपने आप में एक अहम और खास विधानसभा क्षेत्र माना जाता है। इस विधानसभा की एक और खासियत रही है, यहां की जनता एक बार चुनाव जीतने के बाद दूसरी बार उस जनप्रतिनिधि को नकार देती है और फिर दूसरे नेता को मौका देती है।

 lalluram.com ने ली जनता की राय  

देपालपुर के बडोनिया गांव में जब चौपाल पर बैठे आम लोगों से lalluram.com ने बात की तो लोग विधायक को लेकर खासे नाराज नजर आए। लोगों की खास नाराजगी थी कि विधायक ना ही उनकी समस्याओं को सुनते हैं और ना ही कभी क्षेत्र में नजर आते हैं।  सिर्फ चुनाव में वोट मांगने के लिए नेता उनके पास पहुंचते हैं। इसके बाद अगले चुनाव में ही नजर आते हैं। विधायक ने क्षेत्र में एक बड़ा वादा किया था स्वास्थ्य सुविधाओं को देने का जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। इसके साथ ही क्षेत्र में सड़के तो बनी है लेकिन वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। बनने के बाद ही सड़कों में बड़ी दरारे आ गई है। इसके साथ ही देपालपुर क्षेत्र में नल जल योजना नर्मदा जल लाने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। ग्रामीण क्षेत्र में अभी लोग नर्मदा के पानी के लिए तरस रहे है। इसके साथ ही व्यापारियों से जब बात की गई तो व्यापारियों ने विधायक के मिलने जुलने की बात की। कुछ लोग विधायक से डरे हुए भी नजर आए और कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचें। इसके साथ ही एक बड़ी समस्या युवाओं की है, जिसमें कॉलेज तो खुल गया लेकिन उस कॉलेज में पढ़ाने वाली फैकेल्टी उपलब्ध नहीं है। युवाओं को रोजगार के लिए इंदौर या फिर पीथमपुर पलायन करना पड़ता है।  क्षेत्र में कोई भी रोजगार की व्यवस्था नहीं है। 

वर्तमान कांग्रेस विधायक विकाश पटेल

देपालपुर विधानसभा में जातिगत समीकरण
देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में जातिगत समीकरण की बात करे तो यह विधानसभा कलोता समाज का गढ़ माना जाता है। जिसके बाद राजपूत समाज,धाकड़ समाज और खाती समाज का दबदबा रहा है। 

विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख शहर 
देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में 4 नगर परिषद है। जहां देपालपुर नगर ,गौतमपुरा नगर,बेटमा नगर एवं हातोद नगर शामिल है। वही इंदौर से सटा गांधीनगर भी इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है। 

इलाके की खासियत 
यू तो इलाके की कोई महत्वपूर्ण उपलब्धियां नही है। यह विधानसभा क्षेत्र प्रमुख रूप से कृषि पर आधारित है। 

पर्यटन एवं धार्मिक क्षेत्र 
पर्यटन एवं धार्मिक स्थल के रूप में देपालपुर में पांचवें धाम के नाम से प्रसिद्ध हुआ। श्री 24 अवतार मंदिर तो साथ ही देपालपुर के बनेड़िया में स्थित दिगंबर जैन समाज का अतिशय तीर्थ क्षेत्र बनेडिया जी दिगंबर जैन समाज की आस्था का केंद्र है।  जिसे तीर्थ के रूप में जाना जाता है। वही बनेडिया में प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा तालाब भी स्थित है जिसे मध्यप्रदेश में क्षेत्रफल की दृष्टि से भोपाल के पास दूसरा सबसे बड़ा तालाब माना जाता है। ठीक इसी तरह बेटमा नगर में गुरुद्वारा साहिब भी प्राचीन और प्रसिद्ध स्थल जहां सिख समाज के श्रद्धालु और सैलानी दूर-दूर से पहुंचते हैं। वही गौतमपुरा नगर का उकाला प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। 
वही आस्था और परंपरा के नाम पर यहां का प्रसिद्ध हिंगोट युद्ध भी विश्व में अपनी एक अलग ही पहचान बना चुका है। 

पूर्व बीजेपी विधायक मनोज पटेल

देपालपुर का विशेष व्यवसाय
इस विधानसभा क्षेत्र में विशेष व्यवसाय की बात की जाए तो यहां व्यवसाय और रोजगार के लिए कुछ विशेष तो नहीं हो पाया। बल्कि कुछ विशेष व्यवसाय और रोजगार करना होता है तो क्षेत्र के युवाओं को दूरदराज पलायन करना होता है। 

देपालपुर विधानसभा के कुल मतदाता 
देपालपुर विधानसभा में कुल मतदाता 2 लाख 51 हजार 665 मतदाता है। जिसमे से  18 से 19 वर्ष की आयु के मतदाता कुल 4386 है। जिसमें 2634 पुरुष मतदाता और 1752 महिला मतदाता शामिल है। ठीक इसी तरह 20 वर्ष से लेकर सम्पूर्ण मतदाता 2 लाख 47 हजार 279 है। जिसमे पुरुष मतदाता 1 लाख 25 हजार 685 और महिला मतदाता 1 लाख 21 हजार 589 शामिल है। 

अभी तक इस विधानसभा सीट में कौन विधायक किस पार्टी से जीते

1980 में बीजेपी के निर्भय सिंह पटेल,1985 में कांग्रेस के रामेश्वर पटेल,1990 में बीजेपी के निर्भय सिंह पटेल,सरकार भंग होने के बाद 1993 में हुए चुनाव में पुनः बीजेपी के निर्भय सिंह पटेल विधायक बने,उनके निधन के पश्चात उपचुनाव में1997 में कांग्रेस पार्टी के जगदीश पटेल विधायक बने, वही 1998 में फिर से हुए चुनाव में कांग्रेस के जगदीश पटेल जीते, 2003 में बीजेपी के मनोज निर्भय सिंह पटेल विधायक बने, 2008 में कांग्रेस के सत्यनारायण रामेश्वर पटेल विधायक बने, 2013 में मनोज पटेल ने 30197 के मतों के अंतर से सत्यनारायण पटेल को हराया, 2018 में कांग्रेस के विशाल पटेल ने 9044 मतों से मनोज पटेल को हराया।

विधायक विशाल पटेल के जनता से पांच वादे

1) विधायक ने कहा था कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के लिए एक बड़ा अस्पताल उपलब्ध कराएंगे। जो पूरा नहीं हो पाया।  

2) क्षेत्र में अवैध गतिविधियां संचालित नही होने देने का वादा। जिस पर पूर्ण रूप से शिकंजा नही कर पाए। 

3) देपालपुर तक नर्मदा जल पहुंचाने का वादा किया था। 
4) खेतों के रास्ते तक अच्छी सड़कें बनाने का वादा किया था।  
5) गरीब परिवार को बेटियों के लिए चिंता करने की जरूरत नही करने का वादा। जिसमे खुद की ओर से कन्यादान रूप में शादी की सामग्री दहेज भेंट करते हैं।  

क्या कहती है जनता ?

विधायक के परफॉर्मेंस को लेकर जनता खुश नजर नहीं आई। हालांकि कई लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया जरूर रही है। लेकिन जनता ने कहा जो वादे किए वह धरातल पर नहीं हुए पूरे। 

MLA RIPORT CARD

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