रायपुर। राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू किये जाने के संबंध में अनुशंसा के लिए राज्य के प्रमुख राजनैतिक दलों के विधायकों की राजनैतिक समिति की तृतीय बैठक आज नया रायपुर के वाणिज्य कर एवं जीएसटी भवन के आबकारी आयुक्त कार्यालय में विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में समिति के अध्यक्ष विधायक शर्मा ने बताया कि राजनैतिक समिति में सदस्य के रूप में शामिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से 2-2 नाम मांगे गए थे. इन दोनों पार्टियों ने विधायकों के नाम देने से इंकार कर दिया. इस संबंध में प्राप्त पत्र की जानकारी सदस्यों को दी गई.

अध्यक्ष शर्मा ने बताया कि पूर्ण शराबबंदी के लिए किए जाने वाले आवश्यक तैयारी के अध्ययन के लिए दल का गठन किया जाएगा. अध्ययन दल ने अन्य राज्यों जहां वर्तमान में पूर्ण शराब बंदी लागू है, ऐसे राज्य जहां पूर्ण शराब बंदी लागू थी, लेकिन बाद में शराब का विक्रय पुनः प्रारंभ किया गया. देश के एक अनुसूचित जनजाति बाहुल्य राज्य का अध्ययन भ्रमण कर रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके लिए संबंधित राज्यों को अवगत कराते हुए अनुमति ली जाएगी. अनुमति मिलने पर अध्ययन भ्रमण के लिए कार्यक्रम बनाया जाएगा.

बैठक में सदस्यों द्वारा राज्य में अवैध मदिरा विक्रय पर प्रभावी नियंत्रण किये जाने के लिए सुझाव दिया गया. साथ ही अवैध मदिरा की जब्ती पर बनाए जाने वाले पंचनामे पर संबंधित ग्राम के सरपंच, ग्राम पटेल, कोतवाल और समाज प्रमुख/प्रबुद्ध नागरिकों को पंचनामे में उनका हस्ताक्षर अनिवार्य किये जाने का सुझाव दिया गया.

बैठक में सदस्यों द्वारा मदिरा दुकानों में सी. सी. टी. व्ही. कैमरा सतत् रूप से चालू रखने, शराब के अलावा अन्य वैकल्पिक नशों पर प्रभावी नियंत्रण किये जाने, विभागीय टोल फ्री नंबर 14405 पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण किये जाने संबंधी इत्यादि सुझाव दिये गये.

आबकारी आयुक्त निरंजन दास ने पूर्व बैठकों की कार्रवाई विवरण और पालन प्रतिवेदन से अवगत कराया. बैठक में समिति के सदस्य संसदीय सचिव रश्मि सिंह, शिशुपाल सोरी, कुंवर सिंह निषाद, विधायक केशव चंद्रा, उत्तरी जांगड़े, द्वारकाधीश यादव धनेश्वर साहू पुरुषोत्तम कवर आबकारी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.

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