देहरादून: चारधाम के मंदिर परिसरों के 50 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. धामों में भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ सीधे एफआईआर दर्ज की जाएगी.

श्रद्धालु न तो अब मोबाइल का उपयोग कर पाएंगे और न ही सोशल मीडिया के लिए रील बना पाएंगे. मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिव पर्यटन को आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं.

मुख्य सचिव ने कहा कि इस बार चारधाम में पिछले वर्षों की तुलना में अधिक श्रद्धालु आ रहे हैं. बढ़ती भीड़ के कारण धामों में समस्याएं न हों, इसके लिए भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है. मंदिर परिसरों में मोबाइल से फोटो खींचने और वीडियो बनाने में श्रद्धालु काफी समय व्यर्थ कर रहे हैं, जिससे भीड़ बढ़ रही है.

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रील बना कर गलत संदेश फैलाना एक तरह का अपराध है. ऐसा करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. यात्रा पर श्रद्धा और आस्था से आने वालों के लिए समस्याएं पैदा हो रही हैं. किसी की भी आस्था को ठेस न पहुंचे, इसका ध्यान रखा जाएगा.

वीआईपी दर्शन पर रोक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था 31 मई तक स्थगित रहेगी. पहले यह रोक 25 मई तक थी. सचिवालय में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान धामी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा है. उन्होंने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे यात्रा रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही दर्शन के लिए आएं.

यात्रा प्रबंधन पर विपक्ष के सवाल

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आरोप लगाया कि सरकार चारधाम यात्रा प्रबंधन में नाकामी छुपाने के लिए पत्रकारों पर मुकदमे दर्ज कर रही है. कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए धस्माना ने कहा कि कांग्रेस फरवरी से ही राज्य सरकार से चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को सुधारने की मांग कर रही थी और मुख्यमंत्री को सुझाव पत्र सौंपा था.