Mock Drill 2.0 : भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के कई दिनों बाद एक बार फिर केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों में मॉकड्रिल कराने का आदेश आया हैं। हालांकि, ये मॉकड्रिल केवल दुश्मन देश से सटे बॉर्डर वाले राज्यों में ही आयोजित किये जायेंगे। केंद्र की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक पाकिस्तान से सटे भारतीय राज्यों-गुजरात, पंजाब, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में कल 29 मई को नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल होने वाली है। यानि इन राज्यों में एक बार फिर युद्ध वाला सायरन बजेगा और ब्लैकआउट होगा।

बता दें कि, इससे पहले भी सरकार ने पाक से तनाव चरम पर रहने के दौरान 7 मई को देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल कराने का ऐलान किया था। हालांकि 6 मई की रात में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला बोलते हुए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकियों की कमर तोड़ दी थी। दावा किया गया है कि भारत ने इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा था, जिसमें कुख्यात आतंकी मसूद अज़हर के परिवार के 14 लोग भी शामिल थे। गौरतलब है कि, पाकिस्तानी सेना ने बड़ी ही बेशर्मी से मारे गए आतंकियों के शवों को अपने झंडे में लपेटकर शहीद का दर्जा देने की कोशिश की थी। आतंकियों के जनाजे में पाक सेना के कई बड़े अधिकारी भी शिरकत करते हुए दिखाई दिए थे।

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क्या होता है मॉकड्रिल ?

मॉक ड्रिल एक है प्रैक्टिस है जो वास्तविक समय की आपातस्थिति का अनुकरण करता है। मॉकड्रिल के जरिए लोगों और संगठनों की संभावित कमजोरियों का मूल्यांकन किया जाता है। उनकी कमजोरियों में सुधार करने के लिए कई प्रक्रियाओं को फॉलो किया जाता है, ताकि युद्ध जैसी परिस्थियों में लोग अपनी सुरक्षा का ज्यादा से ज्यादा बचाव और ख्याल खुद ही रख सकें।

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पहगलाम हमला

गौरतलब है कि, भारत ने यह ऑपरेशन पहलगाम आतंकी हमले के बदले के रूप में ली थी। दरअसल, 22 अप्रैल आतंकवादियों ने पहलगाम के खूबसूरत बैसरन घाटी में कायराना हमलाकर 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी। मारे गए पर्यटकों में हिन्दूओं को प्रमुख रूप से टारगेट किया गया था। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी।

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