पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा की आजादी में देरी को लेकर संसद में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करने के कुछ दिनों बाद, गुरुवार को देश के पहले प्रधानमंत्री पर एक बार फिर हमला बोला और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुक्ति संग्राम में शामिल ‘सत्याग्रहियों’ को उनके भाग्य पर और पुर्तगाली गोलियों का सामना करने के लिए छोड़ दिया गया।

14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उत्तरी गोवा जिले में भाजपा की चुनावी रैली में प्रधानमंत्री ने कहा, बहुत से लोग इस तथ्य के बारे में नहीं जानते कि भारत की स्वतंत्रता के 15 साल बाद गोवा स्वतंत्र हुआ। इसे और 15 वर्षों तक गुलाम रहना पड़ा। भारत के पास एक सेना थी, एक मजबूत नौसेना थी।

मोदी ने कहा, गोवा के लोग अपनी आजादी के लिए लड़ते रहे, सत्याग्रहियों ने गोलियां चलाईं, अत्याचार सहते रहे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने उनकी मदद नहीं की। वह गोवा को 451 साल की औपनिवेशिक गुलामी से मुक्त करने का इच्छुक नहीं थी।

उन्होंने कहा, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लालकिले से बात की थी और आप उनका भाषण यूट्यूब पर सुन सकते हैं। उन्होंने लालकिले की प्राचीर से कहा था कि वे लड़ाई लड़ रहे सत्याग्रहियों की मदद के लिए सेना नहीं भेज सकते। इसका मतलब है अगर आप मरना चाहते हो, तो मरो, अगर जीना चाहते हो तो जियो। यही उन्होंने किया!

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की लगातार सरकारों ने गोवा की उपेक्षा करना जारी रखा। मोदी ने कहा, कांग्रेस ने गोवा के साथ ऐसा व्यवहार किया और अब भी यह व्यवहार कर रही है। वही कांग्रेस आपसे वोट मांग रही है। कांग्रेस हमेशा राज्य को अस्थिरता के रास्ते पर धकेलती रही है। कांग्रेस जब भी चाहती थी यहां की सरकारों को अस्थिर कर देती थी।

उन्होंने कहा, एक तरफ विकासोन्मुखी भाजपा है और दूसरी ओर अस्थिरता उन्मुख कांग्रेस है। मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी गोवा के युवाओं की राजनीतिक संस्कृति, आकांक्षाओं, सपनों को कभी समझ नहीं पाई।