दिल्ली. मोदी सरकार ने हाल ही में एयर इंडिया को बेच दिया है. वहीं अब केंद्र सरकार ने एक और सरकारी कंपनी को बेचने की पूरी तैयारी कर लिया है. सरकारी कंपनी HLL Lifecare की जिम्मेदारी जल्द ही प्राइवेट कंपनियों के हाथ में सौंप दी जाएगी. सरकार HLL Lifecare लिमिटेड में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच रही है और अब रणनीतिक विनिवेश के तहत ये कंपनी निजी हाथों में चली जाएगी.

एक खबर के मुताबिक, भारतीय कंपनी समूह Adani Group और Piramal Healthcare सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनी, एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड (HLL Lifecare limited (HLL) को खरीदने की दौड़ में शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, सरकार जल्द ही पीरामल ग्रुप, अडानी ग्रुप, अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Meil) सहित बोलीदाताओं से एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड के लिए वित्तीय बोलियां मांगेगी.

इसे भी पढ़ें – MI के खराब प्रदर्शन को देख Shane Watson ने दिया बड़ा बयान, इस खिलाड़ी के ऑक्शन पर उठाए सवाल…

प्रक्रिया वित्तीय बोलियों पर आधारित होगा विजेता का चयन

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि अभी ड्यू डिलिजेंस जारी है और विजेता के चयन की प्रक्रिया वित्तीय बोलियों पर आधारित होगी. जानकारों के मुताबिक, लेन-देन सलाहकार उनका मूल्यांकन कर रहा है और प्रक्रिया (वित्तीय बोली प्राप्त करने की) जल्द ही शुरू हो जाएगी. बता दें कि एचएलएल को खरीदने के लिए अडानी ग्रुप, पीरामल ग्रुप ने अपनी दिलचस्पी दिखाई है.

इसे भी पढ़ें – राजधानी में आगजनी की घटना, संचालक पर दर्ज हुआ मामला…

दिसंबर में शुरू हुई थी यह प्रक्रिया

बता दें कि 14 दिसंबर को स्वास्थ्य क्षेत्र के इस सार्वजनिक उपक्रम में सरकार की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के लिए शुरुआती बोलियां मांगी थीं. ईओआई जमा कराने की अंतिम तिथि 31 जनवरी थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 28 फरवरी और फिर 14 मार्च किया गया. एचएलएल लाइफकेयर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाला सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है.

बता दें कि ये कंपनी 1 मार्च 1966 को Hindustan Latex Limited के नाम से अस्तित्व में आई थी. कंपनी का पहला प्लांट 1967 में केरल में स्थापित किया गया था. वहीं, 5 अप्रैल 1969 को कंपनी ने जापान की कंपनी Okamoto इंडस्ट्रीज के साथ समझौता किया था.  साल 2009 में Hindustan Latex Limited का नाम बदल कर HLL लाइफकेयर लिमिटेड रखा गया.