दिल्ली. प्रधानमंत्री ने इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक के उद्घाटन के मौके पर कई दिलचस्प बातें साझा की. पीएम मोदी ने कहा कि विधायक बनने से पहले तक उनके पास कोई बैंक अकाउंट ही नहीं था, क्योंकि उनके पास इतने पैसे ही नहीं होते थे कि बैंक अकाउंट खोल सकें.

पीएम ने बताया कि उनके जमाने में सरकार देना बैंक नाम की स्कीम लाई थी जिसमें पढ़ने वाले छात्रों को गुल्लक दी जाती थी. उन्होंने कहा कि एक गुल्लक मुझे भी मिली थी लेकिन मेरी गुल्लक हमेशा खाली रहती थी. प्रधानमंत्री ने खुलासा करते हुए कहा कि जब वह गुजरात में पहली बार विधायक बने और वेतन मिलना शुरु हुआ तब उन्होंने खाता खुलवाया. इसके पहले मेरा कोई भी ऐसा खाता नहीं था जिसमें किसी किस्म का लेनदेन कर सकूं.

मोदी ने भारतीय डाक विभाग के पेमेंट्स बैंक का उद्घाटन करते हुए कहा कि जनता का सरकार पर से भरोसा डगमगा सकता है लेकिन डाकिए पर से नहीं. उन्होंने पुराने जमाने का जिक्र करते हुए कहा कि पहले जब डाकिए गांव में चिट्ठी या पैसे देने जाते थे तो कभी भी डाकू उनके साथ लूट नहीं करते थे क्योंकि उनको पता होता था कि इसमें किसी जरूरतमंद के लिए पैसे या अन्य रकम हो सकती है.

मोदी ने डाक विभाग की सराहना करते हुए कहा कि अब उसके कार्य का और भी विस्तार हो गया है औऱ अपने भरोसे औऱ पहचान के चलते अब डाक विभाग औऱ भी नए कीर्तिमान कायम करेगा.