रायपुर. प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह 10 बजे देश के नाम संबोधन पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि आज के संबोधन में देशवासियों को क्या करना है यह तो बताया, लेकिन प्रधानमंत्री ने देश को यह नहीं बताया कि सरकार देशवासियों के लिए क्या कर रही है? देश के हजारों लाखों मजदूर जब काम ना होने के कारण अपने घर वापस जाने लगे तो उन्हें रोककर 14 दिनों के लिये क्वारंटाइन किया गया और कैंपों में रखा गया. अब इन मजदूरों की क्वारंटाइन में रहने की मियाद पूरी हो चुकी है और आज प्रधानमंत्री ने या नहीं बताया कि इन लोगों को स्क्रीन करके पेस्ट करके उनके घर वापस जाने की क्या व्यवस्था करेंगे और इसकी क्या रणनीति है इसका उल्लेख नहीं किया.

प्रधानमंत्री से यह भी अपेक्षा थी 21 दिन में कितनी टेस्टिंग कैपेसिटी देश में बढ़ाई गई है और आगे टेस्टिंग को लेकर क्या रणनीति है इसका भी वे खुलासा करेंगे. करोना महामारी से आमने सामने की सीधी लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर नर्स पैरामेडिकल स्टाफ के लिए पीपीई पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट पहुंचाने की क्या व्यवस्था की गई है कितना प्रोक्योरमेंट किया गया है और कितना प्रदेशों को दिया गया है इस बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने देश को कुछ नहीं बताया. किसानों के खेतों में जो फसल खड़ी है उसकी कटाई का समय है और किस तरह से फसल काटने की इजाजत देंगे कंबाइन हार्वेस्टर मध्यप्रदेश में उत्तराखंड में पंजाब हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के फंसे हुए हैं और अब उन्हें अपने प्रदेशों में जाकर फसल कटाई करना है किस तरह से उनको काटने देंगे गरीब मजदूरों को क्या राहत पहुंचाएंगे इसका भी प्रधानमंत्री ने कोई उल्लेख नहीं किया.

कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि मनरेगा में सभी एक्टिव जॉब कार्ड होल्डर्स को करोना महामारी की अवधि की पूरी मजदूरी फुल वेजेस दी जाए ताकि वह अपना परिवार तो चला सके और अपना घर तो चला सके. अनेक उद्योगों में निर्माण कार्यों में कर्मचारियों को मजदूरों को काम से हटा दिया गया है इस बारे में मोदी सरकार क्या कार्यवाही करेगी इसका भी प्रधानमंत्री ने कोई जिक्र नहीं किया. कांग्रेस पार्टी मांग करती है खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जारी सभी राशन कार्डों को सितंबर 2020 तक का राशन निशुल्क दिया जाए.

शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री जब देश के साथ 7 मुद्दों पर चर्चा करते हैं तो वह यह भी बताएं कि सप्तपदी में सरकार के क्या संकल्प हैं इस संकट की घड़ी में लोगों को सहायता पहुंचाने के. जिन उद्योगों में निर्माणों में उद्यमों में रेवेन्यू जनरेट नहीं कर पाने के कारण मजदूरों को सहायता नहीं मिल पा रही है उसके बारे में मोदी ने अपनी रणनीति का कोई खुलासा नहीं किया. विश्व के अनेक मुल्कों ने अपनी जीडीपी के 5% तक का बेल आउट पैकेज दिया है लेकिन भारत सरकार ने सिर्फ 1% के बेलआउट पैकेज की घोषणा की है जो बहुत कम है. कांग्रेस इसे बढ़ाए जाने और व्यापक बनाने की मांग करती है. वर्तमान संकट पूर्ण परिस्थितियों में कांग्रेस पार्टी सभी किसानों को उनकी उपज पर 500 रुपए प्रति क्विंटल तत्काल बोनस सहायता राशि की घोषणा करने की मांग करती है.

कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने मजदूर घर वापसी की कार्य योजना किसानों को राहत पैकेज और बोनस राशि छोटे बड़े उद्योगों और व्यापारियों को मदद की कार्य योजना के साथ-साथ सप्लाई चैन बदस्तूर बनाए रखने की कार्य योजना की केंद्र सरकार से तत्काल घोषणा की मांग की है. इसके साथ साथ चिकित्सकीय जरूरतों को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दिए जाने की कांग्रेस पार्टी मांग करती है.

त्रिवेदी ने कहा है कि देश आज मोदी से इन सवालों पर जवाब चाह रहा है इन मांगों पर मदद चाहता है और इन सभी कार्य योजनाओं पर त्वरित कार्यवाही चाहता है.