पीएम मोदी ने एक बार फिर देश का ध्यान वन नेशन-वन इलेक्शन की ओर खींचा और इसे वक्त की जरूरत बताया। पीएम ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन आज भारत की जरूरत है। देश में हर कुछ महीने में कहीं ना कहीं चुनाव हो रहे होते हैं, ऐसे में इस मुद्दे पर अब सभी को विचार विमर्श करना चाहिए। मोदी ने कहा कि अब हमें पूरी तरह से डिजिटलकरण की ओर बढ़ना चाहिए और कागज के इस्तेमाल को बंद करना चाहिए।
मोदी ने वन नेशन वन इलेक्शन के मुद्दे पर काफी फोकस किया। इससे साफ है कि मोदी सरकार इस तरफ गंभीरता से काम करने का मन बना रही है। अगर मोदी सरकार की चली तो जल्द ही ये योजना भी मूर्त रूप ले लेगी। मोदी ने इस मौके पर कहा कि संविधान की रक्षा में न्यायपालिका की काफी बड़ी भूमिका है। पीएम बोले कि जब सत्तर के दशक में इसे भंग करने की कोशिश की गई तो संविधान ने ही इसका जवाब दिया। इमरजेंसी के दौर के बाद देश का संवैधानिक सिस्टम भी मजबूत होता गया, जिससे हमें काफी कुछ सीखने को मिला है।