चंडीगढ़। पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर हमले में रशियन रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया था. मंगलवार देर रात को पुलिस ने इसे रिकवर कर लिया. आशंका जताई जा रही है कि इसे ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से पंजाब पहुंचाया गया होगा. बताया जा रहा है कि पूरी बिल्डिंग को उड़ाने की साजिश रची गई थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. पंजाब DGP वीके भावरा ने जानकारी दी थी कि विस्फोट में टीएनटी (ट्राइ नाइट्रो टाल्यून) पदार्थ का इस्तेमाल हुआ था.

सीसीटीवी फुटेज से मिला अहम सुराग

इधर मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हुए हमले का जो CCTV फुटेज सामने आया है, उसमें दिख रहा है कि हमलावरों ने कार से ही रॉकेट दागा. जिस वक्त धमाका हुआ, हमलावरों की स्विफ्ट कार भी वहां से गुजरती हुई नजर आई. संदिग्ध हमलावर भी सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिए हैं. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें पहला नाम तरनतारन के भिखीविंड के रहने वाले निशान सिंह का है. निशान सिंह तरनतारन के भिखीविंड के गांव कुल्ला का रहने वाला है. इसका गांव भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक है. मोहाली और फरीदकोट की पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर उसे फरीदकोट से गिरफ्तार किया. दरअसल माना जा रहा है कि इस हमले के पीछ पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा का हाथ है. पुलिस अब निशान सिंह से पाकिस्तान बैठे रिंदा से संपर्क के बारे में पूछताछ कर रही है. पंजाब की CM भगवंत मान सरकार ने हाल ही में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स बनाकर गैंगस्टर्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है. निशान सिंह करीब डेढ़ महीने पहले ही जमानत पर बाहर आया था.

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निशान सिंह का साला और एक अन्य युवक भी गिरफ्तार

उससे पूछताछ के बाद निशान के साले सोनू को भी अमृतसर से गिरफ्तार किया गया. मोहाली पुलिस ने इस केस में तरनतारन के गांव मेहंदीपुर के रहने वाले जगरूप सिंह को भी अरेस्ट किया गया है. उस पर पहले भी हत्या का केस दर्ज है. वह पैरोल पर बाहर है.

पिज्जा डिलीवरी से मिला था हमले का पहला सुराग

पुलिस को इस मामले में पहला सुराग पिज्जा डिलीवरी से मिला है. सोमवार रात को रॉकेट अटैक से पहले इंटेलिजेंस विंग के एक पुलिस कर्मी ने पिज्जा ऑर्डर किया था. अटैक से पहले वह पिज्जा लेने बाहर आया था, तब संदिग्ध स्विफ्ट कार पार्किंग में खड़ी थी. जब वह पिज्जा लेकर अंदर लौटा तो रॉकेट अटैक हो गया. यह देख वह तुरंत बाहर कार को देखने भागा, तब तक कार वहां नहीं थी. यह कार पिज्जा डिलीवरी करने आए ब्वॉय ने भी देखी थी. पुलिस ने संदिग्ध स्विफ्ट कार की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज को देखा, जिसमें पता चला कि अटैक के बाद यह कार डेराबस्सी गई. वहां से दप्पड़ टोल प्लाजा से गुजरी. फिर यह कार अंबाला की तरफ चली गई. वहां से कल पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था, जिससे पूछताछ चल रही है. इस मामले में पुलिस ने अब तक 20 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. इसके अलावा 7 हजार कॉल्स खंगाले जा रहे हैं.

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अमेरिका ने अफगानिस्तान को ट्रेनिंग के लिए दिया था हथियार, तालिबान ने किया कब्जा

रूसी रॉकेट लॉन्चर को लेकर कहा जा रहा है कि अमेरिका ने यह हथियार ट्रेनिंग के लिए अफगानिस्तान को दिए थे. वहां तालिबान ने इस पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद यह हथियार पाकिस्तान को बेच दिए गए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए इस रॉकेट लॉन्चर को पंजाब पहुंचाया गया है.

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