रायपुर। देश के पांच अहम राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव के दौरान भीड़ जुटाने पर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अख्तियार किया है. दोपहर में रिटर्निंग ऑफिसर के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल और अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन होने की सूचना पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने एडीसीपी नोएडा से एफआईआर दर्ज करने को कहा. इसे लेकर अब कांग्रेस ने भड़क गई है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर FIR दर्ज होने पर पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरक़ाम ने कहा कि योगी सरकार डरी हुई है. मोहन मरक़ाम ने कहा कि भूपेश बघेल प्रचार करते रहेंगे. मोहन मरक़ाम ने कहा आज डिजिटल सदस्यता अभियान को लेकर पीसीसी की बैठक में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में 10 लाख सदस्य बनाएगी लेगी. वहीं सुशील आंनद शुक्ला ने इसे योगी सरकार की बौखलाहट बताया है.

दरअसल, एफआईआर में कहा गया है कि गौतमबुद्धनगर में धारा 144 लागू होने की वजह से एक स्थान पर पांच या इससे अधिक लोग नहीं जुट सकते. धारा 144 के उल्लंघन और महामारी एक्ट समेत अन्य आईपीसी धाराओं के तहत नोएडा सेक्टर 113 थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव को लेकर जारी कोविड नियमों के उल्लंघन करने पर 188 IPC, 269 IPC , 270 IPC व 3 महामारी अधि0 1897 धाराओं के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है, अन्य अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार सुबह नोएडा सदर पर घोषित पार्टी प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के साथ डोर-टू-डोर प्रचार किया था. इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लोगों के घर-घर जाकर उनसे कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देने की अपील की थी.

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