प्रमोद कुमार/कैमूर: नौकरी के नाम पर घूस यह शब्द अब लगभग आम हो गया है. चाहे वह सरकारी सेक्टर हो या प्राइवेट सेक्टर हो, आए दिन ऐसे कई मामले सामने आते हैं. जिसमें नौकरी देने के नाम पर पैसे की मांग की जाती है और नहीं देने पर या तो नौकरी नहीं दी जाती या फिर नौकरी कर रहे लोगों को निकाल दिया जाता है.

धरने पर बैठे सिक्योरिटी गार्ड 

ताजा मामला दुर्गावती थाना अंतर्गत NH-2 स्थित टोल प्लाजा का है, जहां एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कंटिन्यू करने के लिए पैसे की मांग की जा रही है. हालांकि इस ऑडियो की पुष्टि हम नहीं करते है, लेकिन गार्ड की ड्यूटी कर रहा व्यक्ति जब सुपरवाइजर को पैसे नहीं दिए, तो उन लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया. जिस मामले को लेकर नौकरी से निकाले गए सिक्योरिटी गार्ड के 2 व्यक्ति टोल प्लाजा पर ही धरने पर बैठ गए.

‘हमें नौकरी से निकाल दिए’

टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे रविकांत सिंह ने बताया कि हम पिछले 6 वर्ष से APS सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड में गार्ड के पद पर कार्य करते थे. हमारे सुपरवाइजर रामानुज शर्मा के द्वारा 2 माह पहले निजी कार्य के लिए ₹50000 हम लोगों से लिए और पुनः ₹5000 की मांग करने लगे. हम लोगों ने जब कहा कि हमारा पिछला पैसा दीजिए, तो पैसा देने के बजाय बिना कोई जानकारी के हमें नौकरी से ही निकाल दिए. पैसे मांगने का ऑडियो क्लिप भी हमारे पास है.

‘मैं भी एक स्टाफ हूं’

वहीं, APS सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के सुपरवाइजर रामानुज शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कभी आज तक ना मैंने पैसा लिया है, ना मांग हुआ है, अगर कोई बोल रहा है, तो अफवाह होगा. उन लोगों को क्यों निकाला गया है. यह ऊपर के अधिकारी जानेंगे, मैं भी एक स्टाफ हूं.

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