मोकामा। विधानसभा क्षेत्र के पंडारक प्रखंड के भदौर में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासनिक लापरवाही और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की कमी के आरोपों के बाद पटना एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने दो थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है।

थानाध्यक्षों पर गिरी गाज

मिली जानकारी के अनुसार, भदौर थानाध्यक्ष रवि रंजन चौहान और घोसवरी थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। एसएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोनों अधिकारियों की ओर से गंभीर चूकें और क्षेत्र में सतर्कता की कमी पाई गई। इस आधार पर कार्रवाई की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि “मामले के अन्य बिंदुओं की जांच विशेष टीम द्वारा की जा रही है, जिसके बाद और भी कार्रवाई संभव है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस हत्या के कई अहम पहलू सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दुलारचंद यादव की मौत सीने पर किसी भारी वस्तु के दबाव से हुई है, जिससे उनके हृदय और फेफड़ों पर अत्यधिक दबाव पड़ा और सांस रुक गई। इसके अलावा, उनकी एड़ी में गोली लगने के निशान पाए गए हैं, जो आर-पार चली गई थी। साथ ही कई पसलियां टूटी मिलीं। मेडिकल टीम के अनुसार, यह संकेत देता है कि पहले उन्हें बुरी तरह पीटा गया और बाद में संभवतः किसी वाहन से कुचला गया। पुलिस को मेडिकल रिपोर्ट सौंप दी गई है, जबकि एफएसएल रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

चार एफआईआर, 35 लोग गिरफ्तार

अब तक इस मामले में चार प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं। ताजा एफआईआर राजद प्रत्याशी वीणा देवी के समर्थकों के खिलाफ शुक्रवार देर रात दर्ज की गई, जिसमें तीन नामजद और पांच अज्ञात आरोपियों का नाम शामिल है।

क्षेत्र में बढ़ाई गई निगरानी

घटना के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके में पुलिस गश्ती और निगरानी बढ़ा दी है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। एसएसपी ने कहा कि कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं किया जाएगा, और जो भी इस जघन्य अपराध में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।