अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच से अपराधियों को जमीन में दफन करने की बात करते हैं। वहीं उनकी पुलिस अपराधियों से सांठगांठ कर उन्हें संरक्षण दे रहे है। जी हाँ… ऐसा ही एक मामला रायसेन जिले के उदयपुरा थाना क्षेत्र से आया है। यहां देखने को मिला हैं। जहां एक नाबालिग से घर मे घुसकर छेड़छाड़ करने के मामले में स्थनीय पुलिस ने घटना के 10 दिन बाद भी अब तक अपराध दर्ज नही किया है। मजबूरी में दलित नाबालिग का गरीब परिवार एसपी से जाकर शिकायत की।
मामले में उदयपुरा टीआई प्रकाश शर्मा की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही हैं। इसकी शिकायत पीड़ित परिवार ने रायसेन एसपी से की है। एसएसपी रायसेन ने मामले में जांच के बाद गंभीरता से कार्यवाई करने की बात कही है।
ये हुआ था घटना वाले दिन
उदयपुरा थाना क्षेत्र के तलापुरा मोहल्ले में रहने वाले एक गरीब हरिजन परिवार के घर 2 अक्टूबर की रात देवांश रघुवंशी नशे की हालत में घुस गया। घर पर सो रही 14 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म की कोशिश कर छेड़छाड़ करने लगा। बहन की चीख पुकार सुन दूसरे कमरे में सो रहे नाबालिग के भाई ने आकर उसे बचा लिया और आरोपी को घर से बाहर भगा दिया। घटना के वक्त पीड़िता के घर नाबालिग़ के साथ उसका भाई अकेला घर पर मौजूद था।
मजदूरी का काम करने वाली मां जब 6 तारीख को घर लौटी, तब उसे इस घटना की जानकारी लगी। पीड़िता की मां न्याय की गुहार लेकर उदयपुरा थाने पहुंची। वहां टीआई के ईशारे पर पुलिसकर्मियों ने बिना रिपोर्ट लिखे ही उन्हें थाने से भगा दिया। इधर जब यह जानकारी आरोपी तक पहुंची तो उसने पीड़िता के भाई से घर के बाहर झगड़ा की। जिसकी रिपोर्ट पर उदयपुरा पुलिस ने पीडिता के भाई के खिलाफ ही उल्टा मामला दर्ज कर लिया। जिसके बाद से डरा हुआ यह परिवार यहा वहाँ न्याय के लिए भटक रहा हैं।