रायपुर। प्रदेश में भाजपा की सरकार आते ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं पर ग्रहण लगना शुरू हो गया है. सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब योजना पर गाज गिरी है. बकौल भाजपा यह योजना विनाश की योजना थी, जिसने प्रदेश के युवाओं को आपस में बांट दिया था. इसे भी पढ़ें : भाजपा सरकार ने राजीव युवा मितान क्लबों को दी गई खर्च राशि पर लगाया प्रतिबंध, कांग्रेस सरकार में शुरू की गई थी योजना
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 से राजीव युवा मितान क्लब योजना शुरू की थी. योजना अंतर्गत प्रति तिमाही प्रति क्लब 25 हजार प्रदाय किया जा रहा था. यह राशि राज्य शासन द्वारा जिला स्तरीय समिति, जिला स्तरीय समिति से अनुविभाग स्तरीय समिति के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा नगर निगम आयुक्त के चालू खाते में ट्रांसफर की जाती थी.
सरकार ने योजना के उद्देश्य राज्य के युवाओं में नेतृत्व क्षमता का विकसित करने, स्वावलंबन को बढ़ावा देना, शिक्षा को बढ़ावा देना, स्वच्छता अभियान से जोड़ना, खेल, शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक प्रतिस्पर्धाओं को बढ़ावा देना जैसी बातों को शामिल किया गया था, लेकिन जानकार बताते हैं कि इस योजना का एकमेव उद्देश्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आर्थिक मदद प्रदान करना था.
सिर्फ पैसा खाने की थी योजना
लेकिन राजनीतिज्ञों का आंकलन कुछ और ही कहता है. कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि राजीव युवा मितान क्लब योजना नहीं, बल्कि वह विनाश योजना थी, जिसमें युवाओं को आपस में बाँट दिया गया था. गांव में 500 युवा हैं, और सिर्फ़ 20 को पैसा खाने के लिए दे दिया जा रहा था. योजना पर इसलिए रोक लगाई गई क्योंकि अभी भी कुछ ऐसे अधिकारी-कर्मचारी हैं, जिन्होंने मानसिकता नहीं बदली है. वो उन पैसे की बंदरबाँट कर रहे थे.
दुर्ग संभाग को सबसे कम आवंटन
खेल एवं युवा कल्याण संचालनालय द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों के अनुसार, राजीव युवा मितान क्लबों को वर्ष 2021-22 से लेकर अब तक 13248.75 लाख रुपए ट्रांसफर किया जा चुका है. सबसे ज्यादा राशि का आवंटन बिलासपुर संभाग को 3317 लाख रुपए किया गया. वहीं रायपुर संभाग को 2723 लाख रुपए, सरगुजा संभाग को 2356 लाख, बस्तर संभाग को 1948.75 लाख और सबसे कम दुर्ग संभाग को 1452 लाख रुपए का आवंटन किया गया.
जिलेवार आवंटित राशि
संभाग का नाम | जिला का नाम | 2021-22 (प्रथम किश्त) | अब तक जारी द्वितीय किश्त की कुल राशि | 2023-24 (द्वितीय किश्त की शेष राशि) | 2023-24 की द्वितीय एवं तृतीय तिमाही की राशि | कुल राशि |
सरगुजा | कोरिया / मनेंद्रगढ़ – भरतपुर-चिरमिरी | 10700000 | 10700000 | 0 | 21400000 | 42800000 |
सूरजपुर | 12425000 | 12425000 | 0 | 24850000 | 49700000 | |
सरगुजा | 12275000 | 12275000 | 0 | 24550000 | 49100000 | |
जशपुर | 11475000 | 11475000 | 0 | 22950000 | 45900000 | |
बलरामपुर | 12025000 | 12025000 | 0 | 24050000 | 48100000 | |
दुर्ग | कबीरधाम | 12300000 | 12050000 | 250000 | 24600000 | 49200000 |
राजनांदगांव / खेरागढ़-छुई. – गण्डई / मोहला मानपुर-अ.चौकी | 22225000 | 21900000 | 325000 | 44450000 | 88900000 | |
बालोद | 11575000 | 11525000 | 50000 | 23150000 | 46300000 | |
बेमेतरा | 11250000 | 11250000 | 0 | 22500000 | 45000000 | |
दुर्ग | 15250000 | 12875000 | 2375000 | 30500000 | 61000000 | |
बस्तर | बीजापुर | 4475000 | 4475000 | 0 | 8950000 | 17900000 |
बस्तर | 12075000 | 12075000 | 0 | 24150000 | 48300000 | |
कोण्डागाँव | 9875000 | 9875000 | 0 | 19750000 | 39500000 | |
कांकेर | 11775000 | 11775000 | 0 | 23550000 | 47100000 | |
दंतेवाड़ा | 5625000 | 2575000 | 0 | 8200000 | 16400000 | |
नारायणपुर | 2725000 | 2175000 | 75000 | 4500000 | 9475000 | |
सुकमा | 4050000 | 4050000 | 0 | 8100000 | 16200000 | |
रायपुर | महासमुंद | 14550000 | 14550000 | 0 | 29100000 | 58200000 |
धमतरी | 10500000 | 10500000 | 0 | 21000000 | 42000000 | |
गरियाबंद | 8675000 | 8675000 | 0 | 17350000 | 34700000 | |
बलौदाबाजार / सारंगढ़-बिलाईगढ़ | 17025000 | 15550000 | 1475000 | 34050000 | 68100000 | |
रायपुर | 17475000 | 17000000 | 275000 | 34550000 | 69300000 | |
बिलासपुर | गौरेला-पेण्ड्रा मरवाही | 4250000 | 4250000 | 0 | 8500000 | 17000000 |
रायगढ़ / सारंगढ़-बिलाईगढ़ | 21175000 | 20575000 | 600000 | 42350000 | 84700000 | |
मुंगेली | 9575000 | 9575000 | 0 | 19150000 | 38300000 | |
जांजगीर चांपा / सक्ती | 17850000 | 17750000 | 100000 | 35700000 | 71400000 | |
कोरबा | 14050000 | 14025000 | 25000 | 28100000 | 56200000 | |
बिलासपुर | 16025000 | 16025000 | 0 | 32050000 | 64100000 | |
योग | 333250000 | 323975000 | 5550000 | 662100000 | 1324875000 |