Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर से इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। महज 10 हजार रुपये के कर्ज को लेकर एक सूदखोर ने सारी हदें पार कर दीं और ढाई महीने की मासूम बच्ची को ही बंधक बना लिया। मामला सदर थाना क्षेत्र के माधोपुर सुस्ता गांव का है।

महिला ने लिया था 10 हजार का कर्ज

जानकारी के अनुसार, आर्थिक तंगी से जूझ रही एक महिला ने घरेलू खर्च पूरे करने के लिए सूदखोर से 10 हजार रुपये का कर्ज लिया था। लेकिन जब वह तय समय पर पैसा लौटा नहीं पाई, तो सूदखोर ने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोप है कि महिला की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उसने मासूम बच्ची को अपने पास गिरवी रख लिया और महिला को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा।

महिला ने लगाई पुलिस से गुहार

बताया जाता है कि इस बीच महिला खुद भी रोती-बिलखती हुई लोगों से मदद मांगती रही ताकि अपनी बच्ची को छुड़ा सके, लेकिन कहीं से सहयोग नहीं मिला। अंत में वह थाने पहुंची और पुलिस से मदद की गुहार लगाई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। नगर थाना प्रभारी ने गश्ती दल को मौके पर भेजा और बच्ची की तलाश शुरू की।

ढाई घंटे में बच्ची को मां मिलाया

पुलिस की सक्रियता से ढाई घंटे के भीतर ही बच्ची को सूदखोर के चंगुल से मुक्त करा लिया गया और मां की गोद में सौंप दिया गया। अपनी बच्ची को पाकर महिला फफक पड़ी और उसने राहत की सांस ली। हालांकि, इस पूरे मामले में महिला ने कोई एफआईआर दर्ज कराने से इंकार कर दिया। उसका कहना था कि अब वह किसी भी हाल में कर्ज नहीं लेगी। फिलहाल पुलिस ने सूदखोर को सख्त चेतावनी देकर छोड़ दिया है।

यह घटना न केवल सूदखोरी के काले खेल को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि आर्थिक मजबूरी कैसे लोगों को अमानवीय परिस्थितियों में धकेल सकती है।

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