Bihar News: निगरानी विभाग लगातार बिहार के भ्रष्ट सरकारी कर्मियों पर शिकंजा कस रही है. इस दौरान बिहार में निगरानी विभाग ने राज्य के 94 नियोजित शिक्षकों पर भी शैक्षणिक प्रमाण पत्र से छेड़छाड़ मामले को लेकर मामला दर्ज किया है. ये शिक्षक गलत प्रमाण पत्र देकर नौकरी कर रहे थे.

15 लोक सेवकों को दिलाई गई सजा

इसके अलावे विभाग ने इस साल दस महीनों मे 13 प्राथमिकी दर्ज की है. घर की तलाशी के दौरान 3 लाख 18 हजार कैश, 5 लाख 88 हजार 321 रूपए मूल्य के ज्वेलरी बरामद किए गए. इन 13 केसो मे जांच के दौरान निगरानी विभाग ने 15 करोड़ 75 लाख 54 हजार 287 रूपए की अवैध सम्पति जप्त करने की प्रक्रिया शुरू की है. विभाग ने 21 मामलों मे आरोप पत्र विशेष न्यायालय की निगरानी में जमा किया गया है. पद का दुरूपयोग कर भ्रष्टाचार करने वाले 15 लोक सेवकों को सजा दिलाई गई है.

ये भी पढ़ें- ‘पुलिस और तस्करों ने इसे कमाई का जरिया बनाया’, शराबबंदी को लेकर हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी

94 नियोजित शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज

निगरानी विभाग का डंडा नियोजित शिक्षकों पर भी चला है. शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच के बाद गलत प्रमाण पत्र देने वाले 94 नियोजित शिक्षकों के खिलाफ 94 कांड संबंधित जिलों में दर्ज किए गए हैं. वहीं, विशेष निगरानी इकाई ने भी इस साल 6 केस दर्ज किए हैं. अपनी स्थापना के बाद से अबतक विशेष निगरानी इकाई ने 52 केस दर्ज किए हैं. 26 कांडों मे अभियोग पत्र दाखिल किया गया है. अभी तक 12 कांडों मे अचल संपत्ति जप्त कर राजसात की गई है.

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर के सोनारपट्टी में DRI टीम की छापेमारी से मचा हड़कंप, भारी मात्रा में गोल्ड और कैश बरामद