सुरेन्द्र जैन,धरसींवा। आचार्य श्री विद्यासागर जी को विनयांजलि देने रविवार को देशभर में 1 बजे से कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसी कड़ी में रायपुर के तिल्दा में भी विनयांजलि समारोह का आयोजन किया गया था. इसमें विनयांजलि देने सबसे पहले वानर सेना पहुंची.

एक-एक कर बंदर आचार्य श्री विद्यासागर की तस्वीर के पास टेबल के ऊपर तक गई. जैसे ही समाज के बंटी जैन की नजर इस पर पड़ी तो उन्होंने मोबाइल से इनकी कुछ तस्वीरें ली है.

बता दें कि आचार्य विद्यासागर जी महामुनिराज के तप काल के जीवन का उनके सानिध्य में अंतिम पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव हाल ही के दिनों में तिल्दा नेवरा में हुआ था. तिल्दा नेवरा में जिस तरह सभी वर्ग के लोगों ने तन मन धन से समर्पित होकर गुरुजी के सानिध्य में ऐतिहासिक पंचकल्याणक कराया, उसकी गुरुजी यानी आचार्य श्री ने मुक्तकंठ से प्रशंसा कर आशीर्वाद दिया था. 18 फरवरी 2018 में आचार्य श्री विद्यासागर ने तिल्दा नेवरा में मंदिर का भूमिपूजन किया था. उसी दिन रविवार तारीख 18 फरवरी 2024 में चन्द्रगिरि में यम सल्लेखना से देह त्यागी है.