शब्बीर अहमद, भोपाल। एमपी विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्ष ने सरकार को घेरने की व्यापक रणनीति तैयार की है। 9 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र के लिए 8 अगस्त को विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। वहीं विधानसभा सचिवालय ने भी सत्र की तैयारियां पूरी कर ली है।
विधायकों की एक दिन में एक ही स्थगन सूचना स्वीकार होगी, ध्यानाकर्षण भी दो से ज्यादा स्वीकार नहीं किए जाएंगे। यदि किसी ध्यानाकर्षण में एक से अधिक विधायक के हस्ताक्षर होंगे तो यह माना जाएगा कि जिस विधायक ने पहले साइन किए हैं, यह सूचना उसी के द्वारा दी गई है। साथ ही कहा गया है कि मानसून सत्र के लिए स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण एवं शून्यकाल की सूचनाएं 4 अगस्त से स्वीकार की जाएंगी।
प्रथम बैठक के लिए 4 अगस्त से 7 अगस्त तक सूचनाएं ली जाएंगीं। इसके बाद अन्य दिनों के लिए सूचनाएं स्वीकार होंगीं। सूचनाओं के लिए विधायक यदि अपना अधिकृत व्यक्ति भेजते हैं तो उसे मुख्य द्वार पर टोकन प्राप्त करना होगा। उसका क्रम आने पर उसे सचिवालय में प्रवेश मिलेगा। विधायकों से कहा गया है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है।
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विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम का फोकस सत्र के दौरान महत्वपूर्ण विषयों पर अधिक से अधिक विधायकों के चर्चा में शामिल होने को लेकर है। उन्होंने बताया कि प्रश्नकाल में भी ज्यादा से ज्यादा सवालों पर सरकार से जवाब लिए जाने का प्रयास होगा। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि इस सत्र में तारांकित प्रश्न 618 पूछे है, अतारांकित प्रश्नो की संख्या 566 है। ऑन लाइन 484 प्रश्न पूछे गए है और ऑफ़ लाइन 700 प्रश्न पूछे गए है। वैक्सीनेशन नहीं करवाने वाले विधायकों की संख्या बहुत कम है। जिन विधायको ने वैक्सीन नहीं लगवाई है उन्हे पहले दिन अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगाने का आग्रह करूँगा।
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