Monthly Shivratri 2025: आज 18 नवंबर को मासिक शिवरात्रि का अत्यंत शुभ पर्व मनाया जा रहा है और इस बार इसका संयोग बेहद विशिष्ट बन पड़ा है. ज्योतिषीय गणना के अनुसार मंगलवार को स्वाति नक्षत्र और आयुष्मान योग मिलकर शिव आराधना को और प्रभावी बना रहे हैं. दोनों ही संयोग ऐसे माने जाते हैं, जिनमें की गई पूजा का फल कई गुना बढ़कर प्राप्त होता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि की रात्रि भगवान शिव को विशेष रूप से प्रिय होती है. इस पावन रात में भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और बिल्वपत्र अर्पण कर अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं.
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शिवरात्रि की पूजा विधि में सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है निशिता काल, जिसे शिव उपासना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है. पंचांग के अनुसार आज शुभ मुहूर्त रात 11:53 से देर रात 12:43 बजे तक रहेगा. इसी अवधि में किया गया अभिषेक, मंत्रजाप और ध्यान अत्यंत फलदायी माना जाता है. दोनों योगों का एक साथ शिवरात्रि पर पड़ना भक्तों के लिए बेहद शुभ संकेत माना जा रहा है.
Monthly Shivratri 2025: ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि जो लोग आज के दिन निशिता काल में रुद्राभिषेक करेंगे. उनके जीवन में शारीरिक, मानसिक व आर्थिक कठिनाइयों का निवारण होगा. साथ ही परिवार में सुख-शांति और सौभाग्य बढ़ेगा.
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