नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बीच भारत के लिए बुरी खबर है. मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने शु्क्रवार को वित्तीय वर्ष 2021 के लिए भारत के विकास की रफ्तार 0% प्रतिशत तय की है. इसके साथ ही स्थिति में सुधार नहीं आने पर देश के सार्वभौमिक रेटिंग में भी कमी की चेतावनी दी है. इसके पहले फिच रेटिंग ने भी इस तरह की चेतावनी दी थी.
रेटिंग एजेंसी ने अपने ताजातरीज क्रेटिड ओपिनियन में वर्तमान स्थिति में देश के विकास को लंबे समय के लिए धक्का लगने की आशंका जताई है. जिसमें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता और संस्थागत सुधार जैसे कदमों से विकास की सीमित गुंजाइश है.
बता दें कि इसके पहले नवंबर में मूडीज ने भारत के सार्वभौमिक रेटिंग को स्थिर से नकारात्मक Baa2 किया था. हालांकि, यह एसएण्डपी और फिंच जैसे रेटिंग एजेंसियों की तुलना में भारत का बेहतर आंकलन था. दोनों एजेंसियों ने भारत को न्यूनतम निवेश ग्रेड दिया था.
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान भारत की अन्य देशों की तरह अर्थव्यवस्था दम तोड़ रही है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकानाॉमी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इसके साथ ही बेरोजगारी की दर भी तेजी से बढ़ रही है, जो 3 मई को 27.1 प्रतिशत तक पहुंच गई है. अप्रैल महीने में 121.5 मिलियन भारतीयों ने रोजगार खोया है.