चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2025) को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. केदारनाथ में चौथे दिन दर्शनार्थियों का आंकड़ा एक लाख के पार पहुंच गया है. 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया था. इसके बाद 2 मई को श्री केदारनाथ और 4 मई को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ धाम सनातन धर्म का प्रमुख केंद्र होने के साथ ही भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है. यहां हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है. बाबा केदार के आशीर्वाद से इस वर्ष भी यात्रा नया कीर्तिमान स्थापित करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का पुनर्विकास किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सुरक्षित, सुगम और सुविधाजनक यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का हर प्रकार से ध्यान रखा गया है. तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए पैदल यात्रा मार्ग में साफ सफाई से लेकर पानी, शौचालय और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत जरूरतों पर खास फोकस किया गया है.

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केदारनाथ धाम की यात्रा सबसे कठिन होने के बावजूद यहां बाबा के दर्शन को भक्तों का तांता लगा हुआ है. यहां चार दिनों में ही दर्शनार्थियों की संख्या 1 लाख 5 हजार 879 पहुंच गई है. यात्रा के चौथे दिन सोमवार को 26 हजार 180 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए.