विनोद दुबे, दुर्ग। देश में गौहत्या के नाम पर बवाल मचा हुआ है, गौरक्षक दलों के द्वारा न सिर्फ गौ तस्करी के नाम पर लोगों को मारा पीटा जा रहा है बल्कि देश में कई हत्याएं भी हो चुकी है। केन्द्र की भाजपा सरकार भी गौहत्या के खिलाफ बिल लाई थी लेकिन फिलहाल उस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है।

वहीं छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक गौशाला में भूख से 200 गायों की मौत होने की खबर है। जिले के धमधा ब्लॉक स्थित राजपुर में दो दिन में 200 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है। गौशाला में बड़ी संख्या में गायों की मौत होने की खबर से गांव में भी आक्रोश है।

गौशाला प्रबंधन ने मामले को दबाने के लिए बड़ी संख्या में मृत गायों को गांव में ही दफना दिया लेकिन इसकी सूचना न तो पशु विभाग को ही दी और न ही जिला प्रशासन को ही कोई जानकारी दी। लल्लूराम डॉट कॉम के पास मृत गायों और उनके दफनाए जाने की तस्वीरें मौजूद हैं।

भूख की वजह से हुई मौत

ग्रामीणों ने गौ शाला में लगातार हो रही मौत की शिकायत जिला प्रशासन से की। जिसके बाद बुधवार को एसडीएम धमधा राजेश पात्रे जांच के लिए मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी जिसके बाद वे गौशाला गए थे। वहां बड़े पैमाने पर भर्राशाही थी, मौत के पीछे प्रथम दृष्टया चारे की कमी नजर आई।

एसडीएम ने इस मामले में पशु विभाग के डिफ्टी डायरेक्टर चावड़ा के नेतृत्व में 4 लोगों की जांच टीम का गठन कर दिया है जो कि मृत गायों का पोस्टमार्टम और सारे पहलुओं की जांच करेगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में पशु विभाग की जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा नेता चलाता है गौशाला

इस गौशाला के गेट में भाजपा का सिम्बॉल कमल बना हुआ है। बताया जा रहा है कि गौशाला भाजपा नेता और जामुल नगर पालिका का उपाध्यक्ष हरीश वर्मा चलाता है। वह गौ शाला प्रबंधन समिति का अध्यक्ष भी है।