अम्बिकापुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य शासन की मंशानुरूप सरगुजा जिला प्रशासन ने जिले में आयुष्मान कार्ड पंजीयन के लिए एक दिवसीय महाअभियान चलाया. कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले में युद्ध स्तर पर एक दिवसीय शिविर अंतर्गत जनसामान्य का आयुष्मान कार्ड बनाए गए, जिसमें जनसामान्य में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए खासा उत्साह दिखा. जिसका परिणाम रहा कि, एक ही दिन में जिले में 50 हजार से भी ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाए गए.

बता दें कि, बेहतर कार्ययोजना के साथ सुबह सवेरे से ही जिले में आयुष्मान कार्ड महाभियान की शुरुआत हुई. कलेक्टर कुन्दन खुद आयुष्मान कार्ड महाभियान का निरीक्षण करने निकले और उन्होंने शहर के भगवानपुर, फुंदरूडीह और मुक्तिपारा में आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के कार्य का अवलोकन किया. स्वास्थ्य, शिक्षा, वन, महिला एवं बाल विकास, पंचायत, नगरीय क्षेत्र, सभी विभागों के आपसी समन्वय से आयुष्मान कार्ड महाभियान आज दिनभर चलाया गया.

कलेक्टर ने कहा कि, स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि सभी नागरिक प्राथमिकता से अपना आयुष्मान कार्ड बनवाएं. अधिकारियों ने अथक मेहनत और समन्वय करते हुए सक्रियतापूर्वक आयुष्मान कार्ड बनाने की दिशा में कार्य किया. जिसका परिणाम है कि, जिले में एक दिन में ही 50 हजार से ज्यादा नए आयुष्मान कार्ड बना लिए गए हैं. जिले में अब तक 7 लाख 40 हजार 765 आयुष्मान कार्ड बना लिए गए हैं.

शहर से लेकर सुदूर वनांचलों तक पहुंची टीम
ग्राम पंचायत खलीबा में 95 वर्षीय बुजुर्ग महिला का आयुष्मान कार्ड बनाया गया. सुंदरपुर, माझापारा से आई 80 वर्षीय कुनिया एक्का का आयुष्मान कार्ड बना. ग्राम कंठी में राजस्व विभाग के अधिकारियों ने आयुष्मान कार्ड महाभियान में सहयोग करते हुए ग्रामीणों को मदद की. ग्राम पंचायत मलगवांखुर्द की निवासी पहाड़ी कोरवा जनजाति की सावित्री ने स्वास्थ्य सुविधा के प्रति जागरुक होकर आयुष्मान कार्ड बनवाया.

वहीं ग्राम चेंद्रा की निवासी प्रभा और सुलेखा आयुष्मान कार्ड के लाभ की जानकारी मिली तो उन्होंने शिविर में पहुंचकर आयुष्मान कार्ड बनवाया और उनके परिजनों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया गया. उन्होंने काफी खुशी जताते हुए अभियान की सफलता की कामना की. शुरुआत से ही सभी टीमें सक्रियता से काम करते हुए छूटे हुए हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड की सुविधा के लिए काम करती रहीं. इसी तरह गांवों में राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों और आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पीडीएस विक्रेताओं ने भी सहयोग किया. कोरिमा बांसा, कुदर झेरीलोंगरी जैसे दूरस्थ वनांचलों तक आयुष्मान कार्ड महाभियान पहुंचा. जहां वन विभाग ने विशेष पिछड़ी जनजाति के ग्रामीणों को प्रेरित कर कार्ड बनवाने पंचायत तक लाया गया.

आयुष्मान कार्ड महाभियान
आयुष्मान कार्ड महाभियान में वृद्धजन, युवा या बच्चे, दिव्यांगजन सभी का आयुष्मान कार्ड बनाया गया. यही नहीं, आयुष्मान कार्ड बनाने डोर टू डोर भी टीमें पहुंची. ग्राम स्तर पर कार्ड बनाने के लिए रोजगार सहायक, वीएलई, च्वाइस सेंटर, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग तथा वन सखी के पंजीयन और शिविर स्थल पर लाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका, स्वास्थ्य विभाग के मितानिन, वन विभाग के कर्मचारी, शिक्षकगण, पंचायत सचिव ने जिम्मेदारी निभाई.

जानकारी के अनुसार, परिवार के सभी सदस्यों का अलग-अलग आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है. योजना के तहत पात्र बीपीएल परिवारों को 5 लाख रुपए और एपीएल परिवारों को 50 हजार रुपए तक का लाभ योजना के दिशा-निर्देशानुसार योजनांतर्गत पंजीकृत किसी भी शासकीय एवं निजी चिकित्सालय में आयुष्मान कार्ड द्वारा नि:शुल्क इलाज का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत अन्य अतिरिक्त गंभीर बीमारी के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता अंतर्गत 20 लाख रुपए तक स्वास्थ्य सहायता प्रदान किया जा रहा है. मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए आयुष्मान कार्ड अनिवार्य है.

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