शिवम मिश्रा, रायपुर। संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित ‘आकार’ समर कैंप में 500 से अधिक बच्चों ने अपना पंजीयन कराया है. मोबाइल की दुनिया से दूर शहर के बच्चे, युवा और बुजुर्ग भी इन दिनों पेंटिंग, डांसिंग, क्ले आर्ट, पैरा आर्ट समेत कुल 12 विधाएं सीख रहे हैं.

सांस्कृतिक एवं पुरातत्वक विभाग की ओर से 22 दिनों का पारंपरिक शिल्प एवं कला प्रशिक्षण रखा गया है. आकार 2022 में 4 साल के बच्चों से लेकर 72 साल की बुजुर्ग महिला भी प्रशिक्षण ले रहे हैं. इस शिविर में सुबह-शाम मिलाकर कुल 635 लोगों में 80 फीसदी से ज्यादा प्रतिभागी 15 साल की कम उम्र के हैं.

क्ले आर्ट बनाने में सबसे ज्यादा दिलचस्पी
आकार 2022 में करीबन 12 से अधिक अलग-अलग विधाएं देखने को मिली है, जिसमें प्रतिभागी पेंटिंग, ड्रॉइंग, डांसिंग, क्ले आर्ट और पैरा आर्ट सीख रहे. क्ले आर्ट को सीखने में 4 साल से लेकर 75 साल तक के लोगों की दिलचस्पी देखने को मिल रही है.

क्ले आर्ट में अलग-अलग सिंड्री और कई आकार देखने को मिला. आकार 2022 में क्ले आर्ट सीखा रही दिशा ने बताया कि लोगों में क्ले आर्ट सीखने की बेहद रुची है. इस वर्ष हमारे पास 200 से अधिक लोग सीखने के लिए पहुंचे हैं, जिसमें सबसे कम 4 वर्ष और सबसे ज्यादा 75 वर्ष उम्र तक के लोग शामिल हैं. इस बार हमने क्ले आर्ट में कई अलग-अलग वेराइटी लेकर आए हैं.

आकार से बच्चों का स्क्रीन टाइम हो रहा कम
रायपुर के सांस्कृतिक एवं पुरातात्विक विभाग में पिछले 22 साल से प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जा रहा है, लेकिन बीते 2 सालों से कोरोना संक्रमण के कारण प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा था. इसके कारण बच्चे स्क्रीन की ओर ज्यादा आकर्षित होते नजर आ रहे थे, लेकिन आकार 2022 में बच्चों ने खूब बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. इससे बच्चे स्क्रीन से दूर यहां आकर सुबह-शाम प्रशिक्षण ले रहे हैं.