मनोज उपाध्याय, मुरैना। जिले में नकली खाद बनाने का गोदाम पकड़ाया है। नकली खाद बनाने का गोदाम पोरसा तहसील के गोकुलपुरा में चल रहा था। इफको के डीएपी खाद के खाली कट्टे बहुतायात में मिले हैं। इफको डीएपी के 140 भरे हुये कट्टे भी बरामद हुए हैं। निम्न गुणवत्ता वाले ग्रोप्लस ( ग्रो-मोर) खाद इफको डीएपी के कट्टों में भरा जा रहा था।

मकान मालिक ने कुछ दिन पहले ही किराया पर दिया था। 500 रुपए कीमती ग्रोप्लस खाद 1205 रुपए कीमती इफको डीएपी के कट्टों में भरा जा रहा था।

तहसीलदार विवेक सोनी और कृषि विभाग के एसएडीओ वीरेश शर्मा को नकली खाद बनाने वाले गोदाम के बारे में पता चला। जिस पर उन्होंने गोकुलपुरा गांव के एक मकान पर छापा मार कार्रवाई की। जहां गोदाम को खुलवाया गया, तो उसमें डीएपी खाद के 125 बोरे रखे हुए थे। इसके साथ ही कुछ खाली बोरे भी वहां मौजूद मिले। यहां गोदाम के मालिक का पता किया तो यह किसी राजा सिंह तोमर व्यक्ति का था। जिसने मकान को किराए पर लेकर इस गोदाम का संचालन कर रहा था। यहां ग्रो प्लस खाद को डीएपी खाद के बोरों में भरकर पैकेजिंग का काम किया जा रहा था।

इस बारे में एसएडीओ वीरेश शर्मा ने बताया कि ग्रो प्लस खाद की कीमत बाजार में 500 रुपये के करीब है वही डीएपी की कीमत 1200 रुपए है, इसीलिए इस ग्रो प्लस खाद को डीएपी के बोरा में पैक किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि डीएपी खाद में नाइट्रोजन और फास्फोरस दोनों ही तत्व होती है।ब जबकि इस ग्रो प्लस खाद में महज फास्फोरस रहता है। जिससे खेती को बहुत ज्यादा लाभ नहीं होता। इसीलिए इस सस्ते खाद को डीएपी के बोरों में भरा जा रहा था। जिससे मुनाफा कमाया जा सके। फिलहाल इन बोरो को जप्त किया गया है और गोदाम संचालक की तलाश की जा रही है। मकान के मालिक ने बताया कि अभी 4 से 6 दिन पहले ही मकान को किराए पर लिया गया था। जिसके बाद यह पैकेजिंग की जा रही थी।