डायबिटीज (Diabetes) की समस्या वर्तमान समय में बहुत आम हो गई है. यह जीवनशैली से जुड़ी एक गंभीर समस्या है, जो कई अन्य रोगों के जोखिम को भी बढ़ाती है. ऐसी ही डायबिटीज के कारण होने वाली एक समस्या है डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic neuropathy), जो हमारे हांथों, शरीर, पांव और पांव के तलवों को प्रभावित करती है. लेकिन हम में से ज्यादातर लोग इस बीमारी के बारे में नहीं जानते हैं.
डायबिटिक न्यूरोपैथी, दुनियाभर के डायबिटीज रोगियों की सबसे गंभीर समस्या है. ये बीमारी इतनी गंभीर होती है कि समय पर इसका इलाज न हो पाए तो कई बार आपका चलना-फिरना बंद कर सकती है. लेकिन ज्यादातर डायबिटीज के रोगियों को इस बारे में पता नहीं होता. तो आज जानते हैं इस बीमारी के बारे में विस्तार से. फिर जानेंगे इसके लक्षण और कारण.
डायबिटिक न्यूरोपैथी क्या है
डायबिटिक न्यूरोपैथी की समस्या की शुरुआत लंबे समय तक शरीर में बढ़े हुए हाई शुगर लेवल से होती है. यानी कि जिन लोगों का डायबिटीज कंट्रोल में नहीं रहता उनमें ये दिक्कत ज्यादा हो सकती है. इसमें शरीर की तमाम नसें, बढ़े हुए शुगर लेवल की वजह से डैमेज होने लगती हैं. इनका काम काज पहले बिगड़ता है और फिर खत्म होने लगता है. ज्यादातर इसके लक्षण पैरों और हाथों में नजर आते हैं और मेडिकल टर्म में इसे (Peripheral neuropathy) भी कहते हैं.
डायबिटिक न्यूरोपैथी के लक्षण
डॉ. निखिल के अनुसार के अनुसार आपके हाथ, पैरों और शरीर पर डायबिटिक न्यूरोपैथी के कई संकेत और लक्षण देखने मिल सकते हैं. हाथ की उंगलियों में चुभन या पिन चुभने जैसा अनुभव. शरीर, हाथ-पैरों में झुनझुनी, जलन और सुन्नता महसूस होना.
डायबिटिक न्यूरोपैथी का उपचार
जीवनशैली में बदलाव के साथ आप डायबिटीज और डायबिटिक न्यूरोपैथी का इलाज आसानी से किया जा सकता है. इसके लिए आपको बस कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना है जैसे: ब्लड शुगर को कंट्रोल रखें. आपका HbA1c भी 7% से कम होना चाहिए.
नियमित रूप से व्यायाम करें, कोशिश करें कि दिन में कम से 30 मिनट मॉर्निंग या ईवनिंग वॉक के लिए समय निकालें. घास पर नंगे पैर पैदल चलें.
चीनी और मीठे खाद्य पदार्थों के सेवन से सख्त परहेज करें. साथ ही एक स्वस्थ और संतुलित आहार को फॉलो करें.
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