कृष्ण कुमार मिश्र, जौनपुर. खुटहन थाना क्षेत्र के संजरपुर गांव निवासी विवाहिता को काश पता होता कि घर से मायका जाकर दूसरे दिन वापस लौटना उसका और उसके दुधमुंहे बच्चे की अंतिम यात्रा होगी तो वह कभी बहन की गोदभराई में शामिल होने न जाती. हादसे में मां-बेटे की एक साथ मौत की खबर घर पहुंचते ही परिजन उक्त बातों की दुहाई देते हुए दहाड़े मारकर रोने बिलखने लगे. जिससे पूरे गांव में मातम पसर गया.

दरअसल, नजमा नाम की महिला रविवार को अपने डेढ़ साल के बेटे उबैद को गोद में लेकर देवर मोहम्मद कैफ के साथ बाइक से अपने मायके गई थी. दूसरे दिन सोमवार को उसी बाइक से वह वापस घर लौट रही थी. रास्ते में गौरा गांव स्थित एक ईंट-भट्टा के पास बच्चा रोने लगा. नजमा ने देवर से बाइक रोकने को कहा. वह पटरी के बगल में बैठकर बच्चे को दूध पिलाने लगी. मोहम्मद कैफ दूर जाकर खड़ा हो गया.

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तभी ईंट लादकर आ रहा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर मां-बेटे को रौंदते हुए पेड़ से जा टकराया. जिसके कारण घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई. देवर दूर खड़ा था, इसलिए वह बच गया. जिसके बाद उसने इस दुर्घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी.