शशि देवांगन. राजनांदगांव. खाना बनाते समय चूल्हे की आग की चपेट में आकर माँ बुरी तरह झुलस गई और सात दिन पहले जन्मी दुधमुंही बच्ची की आग में झुलसकर मौत हो गई. जिले के गेंदाटोला थाना क्षेत्र के एक गांव में ईश्वरी लाल यादव की पत्नी विमला यादव खाना बनाते समय चूल्हे की आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गई. साथ ही षष्ठी की अगली सुबह ही दुधमुंही बच्ची की आग में झुलसकर मौत हो गई.

घर से अचानक आग की लपटें उठती देख और चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग सन्न रह गए. घटना के समय विमला यादव के पति गाय चराने गए हुए थे. गांव वालों ने इस दर्दनाक हादसे के बाद आननफानन में माँ और दुधमुंही बच्ची को राजनांदगांव के मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा. यहाँ प्राथमिक उपचार के बाद दुधमुंही बच्ची और माँ को रायपुर बर्न सेंटर रिफर कर दिया गया है. इलाज के दौरान दुधमुंही बच्ची की मौत हो गई. वहीँ गंभीर रूप से झुलस गई माँ की इलाज जारी है.

सरकार बड़े जोर-शोर से उज्ज्वला योजना चला रही है. इस योजना के बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं. क्या इस गरीब यादव परिवार को उज्ज्वला गैस नहीं मिल पाया था ? अगर नहीं मिल पाया था तो क्यों ? ये गरीब परिवार आज भी कच्चे चूल्हे में खाना बनाने आज तक मजबूर क्यों हैं ? बताया जा रहा है कि यादव परिवार ने अपनी लक्ष्मी जैसी बेटी पैदा होने का पूरे रिश्तेदारों को बुलाकर षष्ठी के रूप में जमकर जश्न मनाया.  षष्ठी की अगली सुबह कच्चा चूल्हा में खाना बनाते समय 7 दिन की दुधमुंही बच्ची की मौत हो गई.