रणधीर परमार, छतरपुर। लॉकडाउन के दौरान स्कूल कॉलेज क्या बंद हुए, बच्चों के अंदर ऑनलाइन गेम खेलने की लत सी लग गई. इसका असर ऐसा हो रहा है कि ये गेम खेलने वाले बच्चों को खेम खेलने के घरवाले अगर रोकें तो वो खौफनाक कदम उठा लेते हैं. ऐसे ही मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से सामने आया है. जहां मोबाइल पर गेम खेलने से मना करने पर 13 साल के एक नाबालिग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

इसे भी पढे़ं : BJP नेता मनोज तिवारी पहुंचे उज्जैन, बाबा महाकाल के किए दर्शन

घटना जिले के सिविल लाइन थाना पुलिस क्षेत्र का है. जहां शहर के सागर रोड स्थित पांडे परिवार रह रहा था. यहां मां प्रीति पांडे ने अपने नाबालिग बेटे को मोबाइल पर गेम खेलने से मना कर दिया. जिसके बाद बेटे भी घातक कदम उठाते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया.

इसे भी पढे़ं : संस्कारधानी के बेटी ने फिर बढ़ाया देश का मान, किया ऐसा काम कि दर्ज हुआ एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम

जानकारी के मुताबिक बेटे को फ्रीय फायर गेम खेलने की लत थी. जिसमें वह 40 हजार रुपए हार गया था. जिसके चलते नाबालिग ने बंद कमरे में पंखे से लटकर फांसी लगा ली. डेड बॉडी के पास पुलिस को हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में लिखा सुसाइट नोट मिला. जिसमें नाबालिग ने लिखा कि मैं एक गेम में पैसे उड़ाता था. उसी में मेरी मां के खाते से 40 हजार रुपए निकले. छात्र ने अपनी मां से माफी मांगते हुए लिखा है कि अवसाद के कारण वह आत्महत्या कर रहा है.’

इसे भी पढे़ं : जाली जर्नलिस्ट गैंग्स ऑफ जबलपुर: पत्रकारिता की आड़ में महिलाओं का अश्लील वीडियो बनाकर करते थे वसूली, 9 गिरफ्तार

घटना के समय घर में सिर्फ उसकी बहन थी, और वह जब गेम खेल रहा था जिसमें 900 रुपए हार गया. जिसके बाद उसकी मां के खाते से पैसे कटने मैसेज मां के फोन पर पहुंच गया. मां ने फोन करके बेटे से पूछा तब बेटे ने बताया कि मैं गेम में पैसे हार गया. वहीं मामले की सूचना पुलिस को मिलने पर मौके पर पहुंच गई. शव को कब्जे में लेकर पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.

इसे भी पढे़ं : महापुरुषों के नाम से स्थापित विश्वविद्यालयों को मनाना होगा जयंती पर उत्सव, राज्यपाल ने दिए आदेश