Mother’s Day Special (राजकुमार दुबे) : पूरे देश में आज यानी 14 मई 2023 को मदर्स डे मनाया जा रहा है. दुनिया भर में मदर्स डे मई महीने के दूसरे रविवार को सेलीब्रेट किया जाता. इस दिन लोग अपनी मां को विश करके उन्‍हें फूल या गिफ्ट्स देते हैं. जितना हो सके पूरा दिन उनके साथ बिताने की कोशिश करते हैं. मातृ दिवस (Mother’s Day) की हम आपको एक खास स्टोरी आपको बताने जा रहे हैं. यह स्टोरी छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले भानुप्रतापपुर में रहने वाली एक मां की है.

अक्सर कहा जाता है कि मां के पैरों के नीचे जन्नत है. मां का हक कोई अदा नहीं कर सकता और मां देवी का रूप होती है. एक ऐसी ही मां हैं जिनका नाम दीपाली बढ़ाई है. दीपाली भानुप्रतापपुर के वार्ड क्रमांक 4 में रहती हैं. वह अपने रिश्तेदार के यहां गई थी तभी उन्हें पता चला कि उनके एक रिश्तेदार की प्रसव के बाद मौत हो गई और नवजात का पालन पोषण करने वाला कोई नहीं है. जिसके बाद उन्होंने तत्काल ही बड़ा निर्णय लिया और उस बच्चे को अपने साथ भानूप्रतापपुर ले आई.

बड़ी कठिनाइयों से की नवजात की परवरिश

दीपाली बढ़ाई वर्ष 2014 में उस बच्चे को लेकर भानुप्रतापपुर आईं थीं. और आज 2023 है बच्चे का नाम शिवम है. वह बच्चा अब उन्हें अपने माता-पिता के नाम से जानता है.

दीपाली ने बताया कि शुरू में उस नवजात की परवरिश बहुत ही कठिन था. दिन भर बच्चा रोता था. दूध पीने के लिए उसे ड्रॉप की मदद से दूध पिलाया गया. कुछ दिनों तक फिर धीरे-धीरे निप्पल की आदत डाली गई बच्चा रोता बहुत था. कई बार 12 घंटे उसे गोद में लिए घूमना पड़ता था. मेरी दिनचर्या भी अस्त-व्यस्त हो गई थी पर मैंने उसे संभाला और आज बच्चा कक्षा तीसरी में पढ़ रहा है. बच्चे का सपना है की एयरफोर्स में अपनी सेवा देगा.

शिवम की बड़ी बहन भी बनी परिवार का हिस्सा

शिवम की एक बहन भी थी. प्रसव के बाद शिवम की मां की मौत हो गई थी.उसके परिवार में उसकी बहन, पिता और बूढ़ी दादी बची हुई थी. बच्चों का सही ढंग से पालन पोषण करने कोई नहीं था. शिवम को अपने घर लाने के बाद दीपाली बढ़ाई ने अभी कुछ ही महीनों पहले शिवम की बड़ी बहन उन्नति को भी घर ले आई. दीपाली के खुद के तीन बच्चे हैं. आप इस परिवार को कुल 5 बच्चे हो गए हैं. और सभी का पालन पोषण दीपाली बढ़ाई अच्छे से कर रहीं हैं.

बता दें कि दीपाली के पति छत्तीसगढ़ पुलिस में कार्यरत हैं. पति-पत्नी ने मिलकर यह कड़ा निर्णय लिया कि 3 बच्चे पहले से है उसके बाद भी उन्होंने दो और बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी उठाई. जिसे बहुत ही गंभीरतापूर्वक आज तक जिम्मेदारी का निर्माण कर रहे हैं.

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