सोहराब आलम/ मोतिहारी। पूर्वी चंपारण जिले के मलाही थाना क्षेत्र स्थित चटिया दियर गंडक नदी में जिउतिया स्नान के दौरान पांच बच्चियां डूब गईं। ग्रामीणों की तत्परता से दो बच्चियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि तीन बच्चियों की दर्दनाक मौत हो गई।
घटना रविवार शाम की है, जब गांव की महिलाएं जिउतिया पर्व पर स्नान के लिए गंडक नदी पहुंचीं। उनके साथ गांव की बच्चियां भी चली गईं थीं। स्नान के दौरान पांच बच्चियां अचानक गहरे पानी में चली गईं और डूबने लगीं।

स्थानीय गोताखोरों ने बचाई दो की जान

महिलाओं के शोर मचाने पर स्थानीय ग्रामीण गोताखोर मौके पर पहुंचे और तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। इनमें से दो बच्चियों प्रकाश कुमार (10 वर्ष) पुत्र धर्मेंद्र महतो
गुड़िया कुमारी (8 वर्ष), पुत्री कृष्ण महतो
को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। लेकिन बाकी तीन बच्चियों को नहीं बचाया जा सका। डूबकर जान गंवाने वाली बच्चियों की पहचान हुई जिसमें
परी कुमारी (10 वर्ष) पुत्री जगदीश महतो, प्रियंका कुमारी (11 वर्ष) पुत्री उमेश महतो संध्या कुमारी (11 वर्ष), पुत्री राजकुमार महतो की मौत हो गई।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

जैसे ही घटना की जानकारी गांव में फैली नदी किनारे भारी भीड़ जमा हो गई। मृत बच्चियों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परी कुमारी के बड़े भाई पवन कुमार ने बताया कि हम तीन भाइयों ने मन्नत मांगी थी तब जाकर हमारी बहन परी जन्मी थी। आज वही हमें छोड़कर चली गई।
परी की मां और पूरे परिवार का दर्द और शोक शब्दों से परे है।

पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए शव

घटना की सूचना पूर्व मुखिया सुनील कुमार द्वारा पुलिस को दी गई। सूचना पर मलाही थाना अध्यक्ष करण कुमार सिंह और अरेराज के राजस्व पदाधिकारी विनोद कुमार पांडेय घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

परिवार और गांव में शोक की लहर

यह घटना पूरे क्षेत्र को सन्न कर देने वाली है। पर्व के पावन अवसर पर ऐसी त्रासदी ने पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। ग्रामीणों ने नदी घाट पर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं दोबारा न हों।