सोहराब आलम/मोतिहारी/पूर्वी चंपारण। जिले के सुगौली प्रखंड परिसर में संचालित आईसीडीएस कार्यालय खस्ताहाल स्थिति से जूझ रहा है। कार्यालय का भवन इतनी बुरी तरह जर्जर हो चुका है कि छत की परतें लगातार झड़ रही हैं। कर्मचारियों के अनुसार कई बार पत्थर और प्लास्टर नीचे गिर चुके हैं जिससे किसी गंभीर हादसे की आशंका बनी रहती है। कार्यालय आने वाली आंगनबाड़ी सेविकाएं भी डर के माहौल में काम करने को मजबूर हैं।
पेयजल-शौचालय की कमी, बुनियादी सुविधाएं शून्य
कार्यालय में कर्मचारियों के लिए बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव है। न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय की। इस वजह से महिला कर्मियों को खास तौर पर अतिरिक्त दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कर्मचारियों का कहना है कि आवश्यक संसाधनों की कमी कार्यालय की कार्यकुशलता को भी प्रभावित करती है।
शिकायतों के बाद भी विभाग चुप, कार्रवाई का इंतजार
स्थानीय कर्मियों ने बताया कि जर्जर भवन की शिकायत कई बार जिम्मेदार विभाग को भेजी गई है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई या मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ। कर्मचारियों का कहना है कि यदि स्थिति ऐसी ही बनी रही तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने विभाग से जल्द से जल्द सुरक्षा उपाय और नए भवन की व्यवस्था की मांग की है।
बड़ा प्रश्न – आखिर कब जागेगा विभाग?
लगातार खराब हो रही स्थिति के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई में देरी क्यों कर रहे हैं? क्या विभाग किसी बड़ी दुर्घटना के होने का इंतजार कर रहा है? स्थानीय लोगों और कर्मचारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही प्रशासन इस पर ध्यान देगा और आवश्यक कदम उठाएगा।
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