मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव सुनील बर्थवाल ने मुलाकात की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के कृषि उत्पादों को निर्यात का केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार कई योजनाओं पर कार्य कर रही है. सीएम ने कहा कि राज्य के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हाउस ऑफ हिमालयाज का शुभारंभ किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में जैविक खेती, जीआई-टैग उत्पादों को बढ़ावा देने और राज्य के उत्पादों को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए एपीडा की भी महत्त्वपूर्ण भूमिका है. राज्य सरकार कृषि इंडस्ट्री पर भी साथ साथ कार्य कर रही है.
इस दौरान सुनील बर्थवाल ने बताया कि प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), वाणिज्य मंत्रालय की ओर से पहली बार किसी राज्य में इंडस्ट्री इंटरेक्शन मीट का आयोजन किया गया. इंडस्ट्री इंटरेक्शन मीट कार्यक्रम में 200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया. जिसमें उत्तराखण्ड राज्य के मुख्य एग्रो प्रोसेसिंग और एलाइड इंडस्ट्री के सीईओ की ओर से भी प्रतिभाग किया गया. उन्होंने इंडस्ट्री इंटरेक्शन मीट के आयोजन में राज्य सरकार के सहयोग के लिए मुख्यमंत्री का भी आभार व्यक्त किया.
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सुनील बर्थवाल ने बताया कि इंडस्ट्री इंटरेक्शन मीट के दौरान उत्तराखण्ड राज्य के जलवायु अनुरूप यहां कृषि, बागवानी को बढ़ावा देने की संभावना पर विस्तार से चर्चा की गई है. उत्तराखण्ड के कृषि उत्पादों के निर्यात, जैविक खेती और जीआई-टैग उत्पादों को बढ़ावा देने पर भी कई नीतिगत निर्णय लिए गए हैं. चाय विकास एवं संवर्धन योजना (2023-2026) के तहत उत्तराखण्ड के छोटे चाय उत्पादकों को जैविक खेती और कारखाना स्थापना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान किए जाने पर भी चर्चा की गई है.
हाउस ऑफ हिमालयाज के कार्ट का उद्घाटन
इंडस्ट्री इंटरेक्शन मीट के दौरान सचिव ने हाउस ऑफ हिमालयाज के CART (मोबाइल स्टोर) का उद्घाटन भी किया. इस अवसर पर उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों का ब्रांड “हाउस ऑफ़ हिमालयाज” को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए विभिन्न कंपनियों के साथ एमओयू साइन किए गए. “हाउस ऑफ़ हिमालयाज” एवं लुलु ग्रुप के बीच उत्तराखण्ड के उच्च गुणवत्ता वाले कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने और निर्यात को बढ़ावा देने के साथ ही इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग के मध्य अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार पैकेजिंग मानकों में सुधार लाने और “हाउस ऑफ़ हिमालयाज” और स्पाइसेस बोर्ड के मध्य उत्तराखण्ड में स्थानीय मसालों की खेती को बढ़ावा देने और उनकी मैन्युफैक्चरिंग कर वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए भी एमओयू साइन हुए.
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