रायपुर. टाइगर श्राफ की फिल्मों में अगर कुछ रहता है तो मारधाड़ औऱ थका टाइप रोमांस. कभी सलमान खान को स्थापित करने वाली बागी मूवी अब नए तेवर औऱ कलेवर में दर्शकों के सामने है. बागी-2 के नाम से. बागी पार्ट वन का एक्सटेंशन है ये मूवीलल्लूराम डॉट कॉम आपको बता रहे हैं कैसी है ये मूवी औऱ हमारी क्या राय है इस मूवी के बारे में.

स्टोरी लाइन

रोनी यानि अपने टाइगर श्राफ भैय्या आर्मी अफसर होते हैं. वो अपने एक्स लवर के बच्चे जिसका किडनैप हो गया होता है. उसकी तलाश में होते हैं. नेहा यानि कि दिशा पाटनी वो इंसान होती हैं जो इस काम में उनकी मदद कर सकती हैं. बस, उस किडनैप्ड बच्चे की तलाश में टाइगर गोवा के ड्रग माफिया औऱ उसके गुंडों से टकराते हैं. एयर स्ट्राइक, बम, कट्टा, चाकूबाजी, खून-खराबा शुरु होता है और साथ-साथ इश्कबाजी भी. बाकी क्लाइमेक्स के लिए फिल्म तो है ही.

क्या खास

टाइगर श्राफ औऱ दिशा पाटनी का रोमांस खास है. बागी-2 में टाइगर श्राफ का नया माचो लुक वन टाइम वाच है. वैसे टाइगर इस लुक में चाकलेटी ब्वाय से ज्यादा माचो मैन लगते हैं. फिल्म की खास बात उसका क्लास ‘एक्शन’ है. दो राय नहीं है कि बागी-2 का एक्शन पावर पैक्ड है. अगर आपको एक्शन पैक्ड मूवीज पसंद हैं तो थिएटर का रास्ता पकड़ लीजिए. टाइगर श्राफ ने अपने एक्शन के जरिए मूवी को पावर पैक्ड एक्शन मूवी बना दिया है. फिल्म में हिट फिल्म के सारे मसाले डाले गए हैं. एक्शन, रोमांस, गाने, स्टंट औऱ इमोशन. इन सबका फुल मसाला डाला गया है.

म्यूजिक

फिल्म का म्यूजिक ठीकठाक है. दरअसल पुराने गानों को नए अंदाज में पेश करने की असफल कोशिश की गई है. कभी माधुरी दीक्षित के सुपहिट गाने-एक, दो, तीन… को नए अंदाज में पेश किया गया है. ओ साथी… भी ठीक ठाक सा गाना है. सिंगर आरको ने इसे कायदे से गाया है. एक बार सुन सकते हैं. सोनिए दिल नहीं लगदा तेरे बिना… अंकित तिवारी औऱ श्रुति पाठक ने अच्छा गया है. अगर दिलजले टाइप आशिकों की लिस्ट में शामिल हैं तो गाना आपको अच्छा लगेगा. लो सफर… भी सुनने लायक है, थोड़ा स्लो है लेकिन कानों को सूदिंग लगता है. आपके कानों में दर्द पैदा नहीं करेगा. बागी बड़ा है मेरा हौसला… गाना मोटीवेट करने वाला गाना है. अगर किसी से बदला टाइप लेने का मन है तो एक बार ये गाना सुन लीजिए औऱ फिर जाकर बदला-वदला ले लीजिए. तो, ये रही म्यूजिक की बात. बागी-2 का म्यूजिक एक बार सुनने लायक है. ऐसा कुछ नहीं है कि उसे आप बार-बार सुनना चाहें.

खास

फिल्म के भव्य सेट्स, इफेक्ट्स और कैमरा का कमाल इसे एक बार देखने लायक तो बनाता है. फिल्म के डायलाग्स भी जुबान पर चढ़ने लायक हैं. फिल्म में मनोज बाजपेयी रणदीप हुडा ग्रे शेड्स में जबर्दस्त जंचे हैं.

कास्ट एंड क्रू

फिल्म को साजिद नाडियादवाला ने नाडियादवाला ग्रांड संस के बैनर तले बनाया है. इसे कोरियोग्राफर अहमद खान ने डायरेक्ट किया है. फिल्म को को-प्रोड्यूस फाक्स स्टार स्टूडियोज ने किया है. म्यूजिक इतने सारे लोगों ने मिलकर दिया है कि याद करना थोड़ा मुश्किल है. फिर भी आपको बता देते हैं. मिथुन, आरको, संदीप शिरोडकर औऱ एक-दो अन्य संगीतकारों ने मिलकर दिया है. फिल्म में टाइगर श्राफ, दिशा पाटनी, दीपक डोबरियाल, मनोज बाजपेयी और रणदीप हुडा ने एक्टिंग का दम दिखाया है.

लल्लूराम डॉट कॉम की राय

हमारी राय है. अगर आपको एक्शन पैक्ड मूवीज देखने का शौक है तो ये मूवी आपके लिए ही बनी है. खून-खराबा, डायलागबाजी और रोमांस का मसाला है मूवी. ऐसी मूवीज का अपना दर्शक वर्ग होता है. फिल्म के गाने भी एक बार सुनने लायक हैं. सेट्स इतने भव्य औऱ ऐक्शन इतना पावर पैक्ड है कि तीन घंटे मूवी आपको थिएटर में रोक लेगी. मनोज बाजपेयी, रणदीप हुडा का दमदार अभिनय भले ही वो निगेटिव रोल में हो फिल्म की जान हैं. दिशा पाटनी के पास हीरो की गर्लफ्रेंड बनने के अलावा ज्यादा कोई काम है नहीं. उनसे ज्यादा उम्मीद पाल रखी हैं तो निराशा ही हाथ लगेगी. हां, टाइगर श्राफ का नया अवतार, आर्मी मैन के रुप में अच्छा लगता है. हमारी राय है कि अगर एक्शन पैक्ड और रोमांस का मसाला टाइप मूवी देखने के शौकीन हैं तो थिएटर जाइए, निराश नहीं होंगे.