शब्बीर अहमद, भोपाल/ आशुतोष तिवारी, रीवा। राष्‍ट्र आज 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। पूरे देश के खुशी का माहौल है। इस पावन पर्व पर मध्य प्रदेश सरकार ने जेल में बंद कुछ कैदियों को उनके जीवन की सबसे बड़ी खुशी दी है। दरअसल, मध्य प्रदेश में की जेलों में बंद कुल 217 बंदियों को आज रिहा किया गया। भोपाल में 16 बंदी रिहा हुए हुए हैं। 15 बंदी सेंट्रल जेल और एक बंदी खुली जेल से रिहा हुआ है। बता दें कि आजादी के अमृत महोत्सव पर साल में 4 बार बंदियों की रिहाई हो रही है।

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वहीं केंद्रीय जेल रीवा में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 15 कैदियों को रिहाई की गई है। 14 वर्ष की अवधि पूरी होने के बाद उनकी अच्छे चाल चलन के आधार पर जेल प्रशासन ने रिहाई का प्रस्ताव भेजा था, जिसे शासन ने स्वीकृत कर रिहाई की है। इसके लिए जेल प्रशासन ने परिवारों को सूचना दी थी, जिसके चलते परिजन भी केंद्रीय जेल पहुंचे थे। वहीं जिनके परिजन जेल नहीं पहुंचे, उनको जेल प्रशासन ने घर पहुंचाने की व्यवस्था कराई।

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रीवा जेल अधीक्षक एसके उपाध्याय ने बताया कि दिलीप सिंह निवासी शहडोल, आनंद बहादुर सिंह निवासी पाठा सिंगरौली, राम मिलन सिंह निवासी बस्तर जिला सिंगरौली, हनुमान गुप्ता निवासी गंगेव जिला रीवा, जगत सिंह निवासी ऊपर टोला देवरी जिला अनूपपुर, विनोद कुमार मिश्रा निवासी करौदा थाना लौर जिला रीवा, रामाधार उर्फ अधिकारी निवासी जमुई जिला सीधी, सोमेश्वर सिंह उर्फ बाबा सिंह बघेल निवासी सरदाहा जिला सीधी, पोसाई चौधरी निवासी पयारी जिला अनूपपुर, श्यामसुंदर बैगा निवासी गोइदवार जिला सीधी, हरी लाल साहू निवासी नौढिया जिला शहडोल, बुद्धसेन लोनिया निवासी गुजरेड़ जिला सीधी, देवराज पटेल निवासी बरसैता थाना गुढ़, गुड्डू उर्फ पिंटू साहू निवासी लांघा डारेल जिला सिंगरौली और भानु रामपाल यादव निवासी उमरिया को रिहा किया गया है।

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इंदौर में 26 बंदियों को किया गया रिहा

वहीं इंदौर की केंद्रीय जेल से 24 पुरुष और दो महिला बंदियों को रिहा किया गया। जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि 20 वर्ष की सजा पूर्ण कर चुके बंदियों की पिछले दिनों लिस्ट तैयार की गई थी, जिनका जेल में आचरण काफी अच्छा रहा उन बंदियों को मध्य प्रदेश शासन के अनुशंसा पर रिहा किया गया है।

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