अनमोल मिश्रा, सतना/संदीप शर्मा, विदिशा। मध्य प्रदेश से मानवता को शर्मसार कर देने वाली दो अलग अलग तस्वीरें सामने आई है। जहां पशु क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। सतना में कुछ लोगों ने आधा दर्जन कुत्तों के पैर और मुंह बांधकर बहती नदी में फेंकने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन इस दौरान वहां से गुजरने वाले राहगीरों ने बेजुबानों की जान बचा ली। इधर, विदिशा में शिक्षकों ने एक कुत्ते को स्कूल में बंद कर घर चले गए। इन दोनों ही घटना का वीडियो भी सामने आया है।

सतना में बेजुबानों के साथ क्रूरता की हदें पार

सतना के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो लोग बेजुबान जानवर (कुत्ता) को बोरी में भरकर ऑटो से लेकर आए। नदी के पुल पर कुत्तों के पैर और मुंह बांध दिए। दोनों शख्स नदी में डालने की तैयारी की कर ही रहे थे कि तभी राहगीरों ने नजर पड़ी और उन्होंने बेजुबानों पर हो रही इस क्रूरता को रोका। वहीं राह चलते किसी ने इसका वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

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राहगीरों ने बेजुबानों की जान तो बचा ली। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि बेजुबान पशुओं के साथ इस तरह की हरकतें करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन क्यों नहीं लिया जाता है। यहां कोई पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। पशुओं के साथ ऐसे बर्ताव करने वालों के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठाने की जरूरत है। अब देखने होगा कि इस मामले में कब और क्या कार्रवाई होती है।

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विदिशा में शिक्षकों को नहीं आया रहम

इधर, विदिशा जिले के नौलस गांव से एक वीडियो सामने आया है। जिसमें स्कूल शिक्षकों की लापरवाही स्पष्ट नजर आ रही है। एक कुत्ते को स्कूल के अंदर बंद कर स्कूल स्टाफ नदारद हो गया। जब इस संबंध में गांव के लोगों से बातचीत की गई तो गांव के लोगों ने बताया कि स्कूल का स्टाफ कुत्ते को अंदर बंद कर चले गए। यदि गांव के लोग नहीं होते या सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल नहीं करते तो बेचारा कुत्ता भूखा मर जाता।