न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत तिपान नदी के किनारे बीते दिनों मानव कंकाल मिला था। पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझा लिया है। मामले में पुलिस 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मछली मारने के दौरान करंट लगने से राजकुमार की मौत हो गई थी। डर की वजह से उसके तीन अन्य दोस्तों ने उसके शव को 100 मीटर दूर जाकर दफना दिया था।
29 मई को थाना कोतवाली अनूपपुर में फरियादी अविनाश दुबे पिता शंकर दुबे निवासी वार्ड क्रमांक 9 ने सूचना दी थी कि तिपान नदी ग्राम बेला के गढ़ाघाट के तलहटी किनारे अज्ञात कंकाल की दो हड्डी रेत में दबी है। घटनास्थल का निरीक्षण के दौरान तलहटी किनारे अज्ञात कंकाल की दो हड्डी रेत में दबी थी और 50 मीटर दूर मानव कंकाल की खोपड़ी दिख रही और ढांचा रेत में दबा था। जिसे निकालने पर बदन में काली टी-शर्ट, प्लास्टिक के जूते और हाथ में कड़ा मिला था। कंकाल शिनाख्त मोटू उर्फ राजकुमार कोल (उम्र 16) निवासी ग्राम बेला के रुप में की गई। प्रारंभिक जांच मृतक की मां निर्मला कोल, चाचा अशोक कोल, सूरज कोल से की गई। इस दौरान मृतक के मां ने बताया कि उनका बेटा राजकुमार उर्फ मोटू 15 मई की रात 7 बजे से घर से दुकान जाने को कहकर निकला था, तब से वह घर वापस नहीं आया है।
जांच के दौरान अनुसंधान की वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर पुलिस टीम ने संदेही दन्नी बैगा उर्फ अवधेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान अवधेश ने बताया गया कि 15 मई को वह अपने साथी राधे (उम्र 28) पिता दुब्बुल बैगा, रामगोपाल कोल (उम्र 37) पिता प्रीतम कोल निवासी ग्राम बेला और मृतक राजकुमार कोल (उम्र 16) के साथ तिपान नदी में गढ़ाघाट और रक्कू घाट के बीच करंट लगाकर मछली मारने गये थे। यह जानते हुए कि बिजली करंट से पानी में मछली मारने से किसी की मौत हो सकती है। फिर भी आरापियों ने राजकुमार से मछली मरवाया गया। जिस दौरान बिजली करंट लगने से उसकी मौत हो गई। घटना को छुपाने के लिए तीनों आरोपियों दन्नी उर्फ अवधेश बैगा, राधे और रामगोपाल कोल मृतक के शव को घटनास्थल से 100 मीटर दूर तिपान नदी तलहटी के किनारे रेत में छुपा दिया। मामले में तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया गया है। घटना में प्रयुक्त डगना, बिजली के तार और लाश छिपाने के लिए उपयोग किए गए फावडे को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
पूजारी सुसाइड मामला: थाना प्रभारी सहित अन्य साथियों पर कार्रवाई की मांग
इधर पूजारी सुसाइड मामले में अनूपपुर ब्राह्मण समाज सेवा समिति ने आज पुलिस अधीक्षक के नाम अतरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन सौंप कर समाज के लोगों ने मांग कि है कि कोतमा थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी अजय बैगा, उनके सहयोगी सुरेश अहिवार और अन्य जो इस घटना में शामिल है। उनके खिलाफ धारा 302 के तहत और आत्महत्या करने का दुष्प्रेरण का अपराध धारा 306 के तहत केस दर्ज किया जाए। समाज के लोगों ने कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
लाइन अटैच के बाद अब टीआई सस्पेंड: एसटी-एससी एक्ट में केस दर्ज होने पर पुजारी ने की थी आत्महत्या
ज्ञापन में उल्लेख है कि 30 मई 2023 को थाना प्रभारी कोतमा अजय बैगा ने रामेश्वर पाण्डेय निवासी खोडरी को झूठे मामले में रात्रि करीब 12 बजे उसके घर से गिरफ्तार कर थाना ले जाया गया। इसके बाद पुलिस थाना कोतमा ने रामेश्वर पाण्डेय को 31 मई 2023 दोपहर तक थाना बंदीगृह में निरुद्ध रखा गया। 31 मई को उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया। 31 मई को शाम थाना से छोड़े जाने पर वह अपने गृह ग्राम खोडरी गए। जहां उन्होंने आत्म हत्या कर ली। जिसकी निष्पक्ष जांच और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी और दंडात्मक कार्रवाई किया जाना आवश्यक है।
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