न्यायद्दीन अली, अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में एक युवक को अपने ही दोस्त पर विश्वास करना महंगा पड़ गया। दरअसल, दोस्त ने शराब की दुकान का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 55 लाख रुपये का चूना लगा दिया। फरियादी की शिकायत पर पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। यह पूरा मामला जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
बताया जा रहा है कि बिहार निवासी अंदग और चंदन पासवान दोनों काॅलेज समय दोस्त थे। कोरोना काल के दौरान अंगद अहमदाबाद चला गया था और चंदन अपने ससुराल अनूपपुर में आया था। कई महीनों बाद अचानक चंदन ने फोन कर अंगद को बताया कि उनका भाई इंदौर में DIG है। उसने अपने साथ मिलकर व्यापार करने को कहा और खूब पैसे कमाने का लालच दिया। अंगद ने उस पर भरोसा करते हुए व्यापार करने के लिए राजी हो गया।
इसके बाद चंदन ने शराब दुकान का लाइसेंस बनवाने के नाम पर अंगद से पैसे मांगे। अंगद ने 5-5 लाख तीन किस्त में दिए। उनके बाद वह और पैसे मांगता रहा। ऐसे ही लाइसेंस बनने के पहले 26 लाख रुपए चंदन लेता रहा। कुछ दिनों बाद उसने शराब दुकान नंबर 703 और लाइसेंस नंबर 017399 एफटीआरएसटीटी 347299 के नाम से अंगद सिंह वाइन शाॅप जबलपुर के नाम से उपायुक्त आबकारी पत्र दे दिया।
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चंदन फिर से पैसे उससे मांगने लगा और किस्तों में राशि को 55 लाख तक पहुंचा दिया। जब अंगद जबलपुर अपनी वाइन शाॅप देखने पहुंचा तो पता चला कि उसका शराब दुकान वहां नहीं है और जो लाइसेंस उसे दिया गया था वह पूरी तरह से फर्जी है। जिसके बाद वह मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की। शिकायत के आधार पर पुलिस कोतवाली पुलिस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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