न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर/ समीर शेख,बड़वानी। मध्यप्रदेश के सिवनी में गोमांस ले जाने के कथित आरोप में दो आदिवासियों की हत्या का मामला गरमाता जा रहा है। इस घटना को लेकर आदिवासी समाज में आक्रोश है। जगह-जगह घटना के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।

अनूपपुर में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर घटना की विधिवत जांच कराते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन भी किया। इस दौरान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने बजरंग दल और राम सेना के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा आदिवासी युवकों पर झूठे गौ तस्करी का आरोप लगाकर लाठी-डंडों से पी-पीट कर उनको मौत के घाट उतार दिया।

ऐसे में उनके विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करने के साथ ही प्रदेश सरकार मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ की मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे, जो कि लिपिक के पद से नीचे न हो। साथ ही अपराधियों के मकानों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया जाए। जिससे इस तरह के अमानवीय और गैर कानूनी कृत्य की पुनरावृत्ति न हो।

आदिवासी संगठनों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

बड़वानी जिले में दलित जाग्रत आदिवासी संगठन, जयस और कांग्रेस के आदिवासी नेताओं ने सिवनी में हुई आदिवासी समुदाय के लोगों की हत्या के विरोध में रैली निकाली और सेंधवा एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।

इस दौरान कांग्रेस नेता राजन मंडलोई ने प्रदेश सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए सिवनी की घटना पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान को भी निम्न स्तर का बताया। उन्होंने कहा के हत्या में शामिल लोग बजरंग दल के है। बावजूद गृहमंत्री बयान बड़ा अचरज भरा है।

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